नौकरानियों का यौन-शोषण करना हो तो लंदन आइये

सैड सांग

मदद के नाम पर हैदराबाद की महिला से सर्वस्व लूटा

: दो महिलाओं के साथ जानवरों की तरह काम कराया गया : लंदन में अमानवीयता की हर हद पार : भारतीय महिला से बर्बरता, नंगा नाच व बलात्कार किया :

लंदन : इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। और यह घटना अति सभ्य होने का दंभ भरने वाले अंग्रजों के देश इंग्लैंड की है। इंग्लैंड में 2 महिलाओं ने एक भारतीय महिला को गुलाम बनाकर रखा और उससे जानवरों की तरह 16-16 घंटे काम करवाया। उनका अत्याचार यहीं खत्म नहीं हुआ। इन महि‍लाओं के एक पुरुष दोस्त ने 39 साल की इस भारतीय महिला के साथ कई बार रेप किया। वह पेशे से कसाई है। एनकार्ता बालापोवी नाम के इस 54 साल के पुरुष ने महिला को अपने साथ हमबिस्तेर होने पर कई बार मजबूर किया। महिला को न्यूड डांस के लिए मजबूर किया जाता था। उससे घर के सारे काम करवाए जाते थे। खबर है कि जब जब महि‍ला वि‍रोध करती थी तो उसका पासपोर्ट जला देने की धमकी दी जाती थी। इन तीनों आरोपि‍यों को ब्रिटेन की अदालत ने सजा सुनाई है।

लंदन से प्रकाशित अंग्रेजी अखबार ‘डेली मेल’ में छपी खबर के मुताबिक, भारतीय महिला अनपढ़ है। भारत में उसका परिवार बेहद गरीब है। वह लंदन में काम करके अपनी और परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के मकसद से वहां गई थी। उसकी आंखों में सपने थे।

खबर के मुताबिक, इस महि‍ला को शशि ओबराय नामक महिला ने अक्टूंबर 2007 में काम पर रखा। शशि के साथ शमीना यूसुफ नामक महिला भी रहती है। इन लोगों ने भारतीय महिला का पासपोर्ट अपने कब्जे में ले लिया। उससे सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक काम कराया जाता था। काम के दौरान ही उसे आयरन से जलाया जाता और सुई चुभोने, चाकू मारने की धमकी दी जाती। इतना ही नहीं, जब कभी उससे जरा सी भी रोटी जल जाती, उसके सि‍र में पि‍न चुभोई जाती। पीड़ि‍त महि‍ला के वकील कैरोलीन ने कोर्ट में कहा कि यह महि‍ला समाज की सबसे कमजोर लोगों में से एक है। इस महिला ने इतने अत्याचार इसलिए सहे, क्योंकि उसे अपने मानवाधि‍कारों की जानकारी नहीं थी।

खबर के मुताबिक, जब पीड़ित भारतीय महि‍ला ने अपना पासपोर्ट मांगा तो उसका पासपोर्ट बालापोवी को दे दिया गया। बालापोवी न सिर्फ पेशे से कसाई था, बल्कि उसका व्यवहार भी कसाई की तरह था। बालापोवी जानवरों की तरह किस लेता था। यहां तक कि कभी-कभी उसके होंठ तक को काट लेता था। बालापोवी कहता था कि अगर वह उसके साथ हमबिस्तर होगी तो उसका वीजा कायम रहेगा, नहीं तो उसे बिना किसी आईडेंटिटी के लंदन की सड़कों पर छोड़ दिया जाएगा। पीड़ित महिला ने कोर्ट को बताया कि जब बालापोवी उसके साथ रेप करता था तो उसका पूरा शरीर बुरी तरह से दर्द करने लगता था। दर्द के चलते वह हि‍ल पाने में भी असमर्थ हो जाती थी।

कोर्ट ने इस मामले में शशि ओबराय को 20 महीने की सजा तो सुनाई, लेकि‍न उसके बीमार पति के चलते सजा से छूट दे दी है। शमीना यूसुफ को 40 घंटे की कम्यु नि‍टी सर्विस की सजा सुनाई गई है। रेप करने वाले बालापोवी को 11 साल के लिए जेल भेज दि‍या गया है।

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