आशंका डीएम की रवानगी पर, सुल्‍तानपुर के पांचों एमएलए बांगड़-बिल्‍ला

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

पांचों एमएलए कर चुके हैं अपना समवेत विरोध

कुमार सौवीर

सुल्‍तानपुर : यहां के पांचों विधायक अब मारे खुशी के अब बाकायदा बांगड़-बिल्‍ला की तरह कूद रहे हैं। यह सारे के सारे विधायक समाजवादी पार्टी हैं और उनकी खुशी का सबब है उनकी धुर-विरोधी बन चुकीं और सुल्‍तानपुर की सरजमीं पर उन्‍हें जोरदार राजनीतिक धूल चटा चुकीं जिलाधिकारी के-धनलक्ष्‍मी।

तो पहले बेहतर है कि बात शुरूआत से ही कर लिया जाए।

करीब 12 साल पहले यहां के जिलाधिकारी थे संजय कुमार। तब आयुक्‍त थे वेंकटेश्‍वर लू। उसी दौर सरकारी तौर पर एक पुस्तिका तैयार की गयी थी जिसमें राहुल गांधी का गुणगान हुआ था। तब मुख्‍यमंत्री थीं मायावती और तब यहां के तत्‍कालीन बसपा विधायक एमएलए थे ओपी सिंह। ओपी सिंह की संजय कुमार से बनती नहीं थी। एमएलए ओपी सिंह ने उस पुस्तिका पर मुख्‍यमंत्री से शिकायत की। शिकायत रंग आयी और संजय कुमार और वेंकटेश्‍वर लू सस्पेंड हो गये।

लेकिन इससे भी पहले एक घटना और। वह यह कि संजय कुमार ने अपने जिलाधिकारी आवास के लिए एक एग्जिट गेट बनवाया था, चमाचक सड़क और निहायत खूबसूरत गेट बनवाया गया था। और जिस दिन संजय कुमार ने इस गेट से अपनी गाडी निकली, उसी दिन उनका और उनके आयुक्‍त का निलम्‍बन हो गया। उसके बाद से ही यह गेट मनहूस बन गया और उसके बाद किसी भी डीएम की हिम्‍मत नहीं पड़ी कि वे इस गेट का इस्‍तेमाल कर सकें। नतीजा यह कि गेट पर स्‍थाई ताला पड़ गया। अफवाह शुरू हो गयी कि जो भी डीएम इस एग्जिट-गेट का इस्‍तेमाल करेगा, उसका पत्‍ता इस जिले से कट जाना शर्तिया है।

तब से 12 साल हो चुके हैं, करीब 7 जिलाधिकारी तब तक इस जिले में आ चुके हैं, लेकिन किस भी डीएम की औकात इतनी नहीं हुई कि यह इस गेट का इस्‍तेमाल कर सके।

लेकिन चार दिन पहले अचानक तब जोरदार खानाफूसी शुरू हो गयी जब वर्तमान जिलाधिकारी के-धनलक्ष्‍मी ने अपने इस आवास के एग्जिट-गेट को खुलवाया और इस रास्‍ते का इस्‍तेमाल शुरू कर दिया।

तो अब नम्‍बर है इस ताजा पूरे कर्मकाण्‍ड के मूल पर।

तो भइया, मायावती सरकार जाते ही सपा की सरकार बन गयी थी समाजवादी पार्टी की। लहर थी सपा की और नतीजा यह हुआ कि पांचों सीटें सपा को मिल गयीं। जीतते ही कूदने लगे थे यह विधायक लोग। अपेक्षा बढ़ीं तो जरूर, लेकिन हैसियत नहीं थी। उस पर तुर्रा दबंगई का कभी किसी अफसर को धमकी तो कभी किसी पर पिटाई की चेतावनी। डीएम करती भी तो क्‍या। फिर नाराजगी बढ गयी डीएम के खिलाफ। अब यह हालत है कि सारे विधायक हर हालत में इस डीएम को बर्दाश्‍त नहीं चाहते। हर कीमत पर। खबर है कि पांचों एमएलओं ने मुलायम सिंह यादव को लिख कर दे दिया है कि इस डीएम को हटा दीजिए। और अब पता चला है कि डीएम ने खुद ही अपने आवास का एग्जिट-गेट खुलवा दिया है। चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं कि के-धनलक्ष्‍मी के जाते ही हर विधानसभा क्षेत्र में हलवाई की दूकानों पर विधायकों के खजाने से गड्डियां रवाना कर दी जाएंगी।

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