सीबीआई के नतीजों को खारिज तो किया जाएगा, मगर कैसे
नई दिल्ली : नोएडा के आरुषि हेमराज हत्याकांड मे मंगलवार का दिन अहम हो सकता है। इस दोहरे हत्याकांड में आरोपी राजेश और नूपुर तलवार के बयान गाजियाबाद की विशेष सीबीआई कोर्ट में दर्ज हो सकते हैं। यानी तलवार दंपति कोर्ट को बताएंगे कि कैसे उन पर लगे सभी आरोप झूठे हैं।
देश की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री ‘आरुषि-हेमराज हत्याकांड’ पांच साल के लंबे इंतजार और एक कोर्ट से दूसरी कोर्ट में चक्कर खाने के बाद आखिरकार बाद कानूनी कार्यवाही अपने मुकाम तक पहुंच रही है। कत्ल का आरोपी बनाए जाने के बाद मंगलवार को राजेश और नूपुर तलवार पहली बार कोर्ट में अपना बयान दर्ज करवाएंगे। कोर्ट को जवाब देंगे कि कैसे उन पर लगा कत्ल का आरोप गलत है। इस केस में फोरेंसिक एक्सपर्ट ने जो राय दी है वो क्यों निराधार है।
आपको बता दें कि राजेश और नूपुर ने अदालत से उन 13 लोगों के बयान दर्ज कराने की मांग की थी जिनकी गवाही सीबीआई ने नहीं कराई। इनमें सीबीआई के अफसर, नोएडा पुलिस और नोएडा अस्पताल के कर्मचारी शामिल थे। शनिवार को कोर्ट ने तलवार दंपति की ये मांग खारिज कर दी थी। सोमवार को उन्होंने अदालत से कहा कि शनिवार को खारिज हुई अर्जी वो पढ़ नहीं पाए हैं इसलिए उन्हें और वक्त चाहिए। राजेश और नूपुर अदालत का आदेश पढ़ने के बाद ही अपनी गवाही देना चाहते हैं। अर्जी पढ़ने के लिए वक्त मिले या ना मिले इस पर मंगलवार को फैसला सुनाया जाएगा।