‘लीडरशिप समिट ऑन चाइल्ड सर्ववाइवल’ सम्पन्न
: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नो चाइल्ड टु डाई संकल्प लिया : क्रिटिकल केसों हेतु लखनऊ में 200 बेड का एपेक्स रिफरल हास्पिटल बनेगा : आगामी वर्ष 28.5 लाख गर्भवती महिलाएं लाभान्वित होंगी : अगले साल तक 985 ब्लाक अस्पतालों में सुविधाएं : शिशु मृत्युदर को घटाने के लिए हर सम्भव प्रयास :
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कहा है कि शिशु मृत्यु दर को कमतर करने के लिए कोशिश का संकल्प किया है। उनका कहना है कि उनकी सरकार इस दिशा में सार्थक प्रयास करेगी। शिशु की जीवन की रक्षा के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण माँ का स्वस्थ होना है। जागरूकता अभियान से ही शिशु मृत्यु दर कम की जा सकती है।
अखिलेश आज यहां होटल ताज में हिन्दुस्तान टाइम्स तथा एनजीओ सेव द चिल्ड्रेन के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे कि जीवन का हक हर बच्चे को है। बेहतर अवस्थापना सुविधाएं देकर डाक्टरों की पहुंच सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने इस अभियान के लिए किसी जानी-मानी हस्ती को ब्राण्ड एम्बेसडर बनाने के प्रस्ताव पर भी विचार करने का आश्वासन दिया।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने बताया कि सुरक्षित प्रसव को सुनिश्चित कराने के लिए जिला महिला अस्पतालों का विस्तार एवं उच्चीकरण कराया जा रहा है। प्रदेश में नए मैटरनिटी विंग्स का निर्माण कराते हुए प्रदेश के जिला महिला अस्पतालों में पूर्व से उपलब्ध 4930 बेडों की संख्या को बढ़ाकर 10030 किया जायेगा तथा 12 सीएचसी पर 50 बेडेड मैटरनिटी विंग्स एवं 78 सीएचसी पर 30 बेडेड मैटरनिटी विंग्स का भी निर्माण कराया जा रहा है। क्रिटिकल केसों के समुचित उपचार हेतु लखनऊ में 200 बेडयुक्त स्टेट एपेक्स रिफरल हास्पिटल फाॅर मैटरनल एण्ड चाइल्ड हेल्थ स्वीकृत कर दिया गया है। जननी सुरक्षा योजना के तहत आगामी वर्ष में प्रदेश की लगभग 28.5 लाख गर्भवती महिलाएं लाभान्वित कराए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु लगभग 01 लाख आशा बहुओं की तैनाती की गयी है तथा आकस्मिक चिकित्सा सुविधा निःशुल्क एम्बुलेन्स होगी। चाइल्ड सर्वाइवल सम्मिट में डा पीके प्रभाकर, उप आयुक्त, चाइल्ड हेल्थ एमओएचएफएफ एडिले खुद्र, चीफ फील्ड आफिस, यूनीसेफ डा विश्वजीत कुमार, सीईओ, कम्यूनिटी इम्पावरमेन्ट लैब, प्रो एके द्विवेदी, निदेशक एएमएस, अखिलेश वाधवानी उप निदेशक बीएमजीएफ, डा राजीव टण्डन सीनियर एडवाइजर स्वास्थ्य एवं पोषण, सेव द चिल्ड्रन भी मौजूद थे।