शोलों में सहारनपुर: भाजपाई आग में फुंक गया योगी-प्रशासन

सैड सांग

: भगवा गमछा को लहराने की ख्‍वाहिशों को ध्‍वस्‍त कर दिया नीले गमछा ने, बवाली भीड़ ने अफसरों को दौड़ाया : सांप्रदायिक चिता की आग में भाजपाई सांसद ने उलीची जातीय राल : अब ठाकुर और दलितों की बीच छिड़ गया है जातीय विद्वेष :

कुमार सौवीर

सहारनपुर : ताजा खबरें यह है कि यहां के दलितों की हिंसक भीड़ ने महाराणा प्रताप भवन को ध्वस्त कर दिया। शहर के विभिन्‍न इलाकों में आगजनी और बवाल चल रहा है। आक्रामक दलितों ने रामनगर पुलिस चौकी में आग लगा दी है। कई अधिकारी पीटे गये हैं। एक पत्रकार को दंगाइयों ने बुरी तरह कूट कर उसकी बाइक फूंक डाली है। मामले को सम्‍भालने पहुंचे अफसरों को दलितों ने पीटा है और उनके कोप से अपनी जान बचाने के जिले के वरिष्‍ठ पुलिस व प्रशासनिक अफसर सिर पर पांव रख कर भाग लिये हैं।

16 साल से प्रतिबंधित अम्‍बेडकर जुलूस को भाजपा के चुके नेताओं ने तूल देकर जातीय बोतल-बंद जिन्‍न को खोल कर बाहर तो कर दिया, लेकिन उसके तांडव से अब पूरा सहारनपुर दहक रहा है। सहारनपुर जिले में मंगलवार को भीम आर्मी के वर्कर्स और पुल‍िस के बीच ह‍िंसक झड़प हुई। उपद्रवियों ने जिले के चार चौराहों पर जाम लगा दिया और जमकर बवाल काटा। शुरूआत तो भगवा गमछों से हुई लेकिन जल्‍दी ही नीले गमछे को सिर पर बांधे नंगे बदन भीम आर्मी के लोगों ने बवाल कर दिया।

पुलिस के साथ गाली-गलौज के साथ पथराव और और फायरिंग भी की। उपद्रवियों ने पुलिस और मीडियाकर्मियों के करीब दो दर्जन वाहनों सहित एक प्राइवेट बस और पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। आलम ये था कि सीओ सिटी को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।फोर्स ने उपद्रवियों को रोकने के लिए हवाई फायरिंग की, तो उपद्रवियों की ओर से भी कई राउंड फायरिंग की गई। यही नहीं, करीब 2 दर्जन वाहनों को आग के हवाले किया गया है।

खबर है कि सहारनपुर के गांधी पार्क में मंगलवार को भीम आर्मी के बैनर तले बड़ी संख्या में दलित इकट्ठा हुए। ये 5 मई को शहर के शब्बीरपुर में हुई हिंसक झड़प के पीड़ितों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर धरना दे रहे थे। इसी बीच पहुंची पुलिस ने बिना परम‍िशन के धरना देने पर वहां से आंदोलनकारियों को उठाने की कोश‍िश की। सभा में शामिल होने आए कुछ युवकों को हिरासत में ले लिया।

इसी बीच अन्य दलित बाहुल्य गांवों में उबाल आ गया। लोग एकजुट होकर दलित सभा स्थल की ओर कूच करने लगे। कोतवाली सदर बाजार और अन्य थानों की पुलिस ने इन ग्रामीणों को सभा स्थल पर जाने से रोक दिया, जिसके विरोध में दलितों ने पुलिस फोर्स पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान कवरेज करने गए एक फोटोग्राफर की बाइक को आग लगा दी और एक अन्य फोटोग्राफर की पिटाई कर दी। अधिकारियों को भी दौड़ा दिया।

कुछ देर बाद प्रशासन की ओर से अपर जिलाधिकारी एसके दुबे, नगर मजिस्ट्रेट हरिशंकर, एसपी सिटी संजय सिंह उपद्रवियों से बात करने उनके बीच गए। दोनों पक्षों के बीच बात शुरू ही हुई थी कि किसी ने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। यह देख दलित फिर से भड़क गए और पुलिस अफसरों और फोर्स पर पथराव शुरू कर दिया। हालात इतने नाजुक हो गए कि पुलिस अफसरों और फोर्स को वापस भागना पड़ा।

स्थ‍िति को देखते हुए पीएसी और आसपास के जिलों से फोर्स बुलाई गई। डीएम एनपी सिंह, एसएसपी सुभाष चंद्र दूबे और अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और दलितों से बातकर माहौल को शांत कराया। 5 मई को बड़गांव थानाक्षेत्र के शब्बीरपुर और महेशपुर गांव में महाराणा प्रताप जयंती के जुलूस को लेकर बवाल हो गया था। जुलूस पर दलितों ने पथराव कर दिया था, ज‍िससे तनाव बढ़ गया और ठाकुर पक्ष के लोगों ने दलितों के घरों में आग लगा दी।

इस हिंसा के दौरान हुए पथराव में सुमित पुत्र ब्रह्मसिंह नाम के शख्स की मौत हो गई थी, जबकि 6 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इसी घटना को लेकर एक समुदाय मंगलवार को गांधी पार्क में इकट्ठा हुआ, जिसे प्रशासन ने परम‍िशन नहीं दी थी।आपको बता दें कि बीते 20 अप्रैल को भी बिना प्रशासन के परमिशन के बीजेपी सांसद राघव लखनपाल शर्मा ने अंबेडकर शोभायात्रा निकाली थी। इसके बाद गांव के एक समुदाय के लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया था।

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