तुम फ्रॉड हो। मैनफोर्स-ब्रांड सनी लियोन को निहारोगे, नवरात्रि में मुंह बिचकाओगे

मेरा कोना

: अरे यार, चरस क्यों बो रहे हो जिंदगी में। नवरात्रि है, जाओ प्रेम से प्रेम करो न : नवरात्र के कुछ महीनों बाद गुजरात में गर्भपात के मामले कई गुना बढ़ जाते हैं : कंडोम कोई अश्लील वस्तु नहीं, है देश के जनसंख्या नियंत्रण प्लान का अहम हिस्सा :

अंकित राज

अहमदाबाद : मैं गुजरात में ही हूँ, जैसे ही मैनफोर्स द्वारा नवरात्री की बधाई वाले होर्डिंग पर विवाद की चर्चा सुनी बहुत सी पुरानी यादें ताजा हो गईं।

किस मुंह से गुजरती चिलगोजे (धार्मिक संगठन के लोग) इस होर्डिंग का विरोध कर रहे है और क्यों कर रहे है? क्या उन्हें नवरात्री नाइट्स की हकीकत नहीं पता। और मुझे उस हकीकत में कोई बुराई भी नजर नहीं आती।मेरा सिमप्ल सा सवाल है, इस विज्ञापन का विरोध क्यों किया जा रहा है? कैसे इस होर्डिंग से आपकी धार्मिक भावना आहात हो जा रही है? क्या इस विज्ञापन में कोई ऐसा शब्द इस्तेमाल किया गया है जो अश्लील हो?

ध्यान से देखिए इस होर्डिंग में क्या क्या है। मैनफोर्स की ब्रांड एम्बेसडर सनी लियोन की एक कथित धार्मिक टाइप फोटो है। इसके साथ मैनफोर्स का लोगो है, दोनों तरफ डांडिया की फोटो है और गुजरती में लिखा है ” आ नावरात्रिये रामो, परंतु प्रेम थी।” इसका हिंदी मतलब हुआ “इस नवरात्री खेलो, मगर प्रेम से”

अब बताइये इसमें आपत्तिजनक क्या है?

अगर आपको इसलिए आपत्ति है कि इस होर्डिंग पर सनी लियोनी की फोटो है जो पहले पोर्न फिल्में बनती थी तब तो आप मानसिक रोगी है और आपको इलाज की सख्त जरूरत है। मैं आपके जैसे रोगियों के इलाज के लिए चंदा इकठ्ठा करने की जहमत उठा सकता हूँ। और अगर आपको मैनफोर्स कंपनी द्वारा बधाई संदेश देने से दिक्कत है क्योंकि ये कंपनी कंडोम बनाती है तब आप मानसिक बीमारी के शिकार नहीं है। आप जाहिलियत के शिकार है और आपको भारत सरकार द्वारा लाइब्रेरी में काम से कम एक साल का कारवास होना चाहिए। क्योंकि कंडोम कोई अश्लील वस्तु नहीं। देश के जनसंख्या नियंत्रण प्लान का अहम हिस्सा है। सरकारें दशकों से निरोध को सुलभ और सहज बनाने के लिए हजारों करोड़ रुपए खर्च कर चुकी हैं।

अब बात करते है नवरात्री नाइट्स की। पहले बात गुजरात और महाराष्ट्र में होने वाले गरबा और डांडिया नाइट्स की। गरबा और डांडिया यहाँ के कल्चर का हिस्सा है और इस कल्चर का यंग लड़के और लड़कियां जम के फायदा उठाते है जिससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैंने भी गुजरात के डांडिया नाइट्स को खूब एन्जॉय किया है।

अच्छा एक बात बताओ कौन माई का लाल है जो पूरी रात गरबा और डांडिया खेल लेगा? कौन रात भर नाचता है यार? इंसान तो 1, 2 या 3 घंटे नाच कर थक कर सो ही जाएगा। लेकिन यहाँ तो लड़के लडकियां रात भर घर से बाहर रहते है। पूरे दिन सोते है और फिर रात को निकल जाते हैं। तो ये समझना ज्यादा मुश्किल नहीं है और जो विरोध कर रहे है उन्हें भी ये सब अच्छे से पता है।

विरोध करने वालों को छोड़ो, गुजरात सरकार को भी ये बात अच्छे से पता है। गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने साल दो हजार में महिला कल्याण मंत्री रहते हुए बताया था कि नवरात्र के कुछ महीनों बाद गुजरात में गर्भपात के मामले कई गुना बढ़ जाते हैं। इसके बाद गुजरात के कई एनजीओ गरबा-डांडिया पंडालों में कॉन्डम वेंडिंग मशीन लगाने, फ्री कॉन्डम बांटने और सेक्स एजुकेशन देने में सक्रिय हुए थे।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात राज्य केमिस्ट्स और ड्रगिस्ट एसोसिएशन्स फेडरेशन के अध्यक्ष जसवंत पटेल का कहना है कि पिछले दस सालों से त्योहार के दौरान कंडोम की बिक्री कम से कम 30 फ़ीसदी तक बढ़ जाती है। इतना ही नहीं पिछले बीस सालों से अहमदाबाद में क्लिनिक चला रही स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रूबी मेहता बताती हैं कि कंडोम की बिक्री बढ़ने के बावजूद त्योहार के बाद युवाओं में गर्भधारण के मामले बढ़ रहे हैं। वो कहती हैं, “कंडोम अब हर जगह मिल जाते हैं और 20 से 30 साल की उम्र वाले जोड़े भी अधिक ज़िम्मेदार हो रहे हैं, लेकिन किशोर इसे लेकर ज़्यादा जागरूक नहीं हैं। और हर साल नवरात्रि के बाद गर्भपात के लिए हमारे क्लिनिक में आने वाले लोगों की संख्या हर साल दोगुनी हो रही है।”

ये तो बात हो गयी गुजरात की। अब बात यूपी और बिहार की, ज्यादा बातें बिहार के संदर्भ में लिखूंगा। इन राज्यों में गरबा और डांडिया का कल्चर तो नहीं है लेकिन नवरात्री में ‘मस्ती’ का कल्चर जरूर है। बिहार में मेला लगता है और पूरी रात लड़के लड़कियां खूब मेला घूमते है, शॉपिंग करते है, झूला झूलते हैं, खाते-पीते है मस्ती करते है। दिन में होटल और लॉज यंग लड़के लड़कियों से भरा रहता है। रूम और केबिन के लिए वेटिंग में रहना पड़ता है।

मेला में कई नए रिलेशनशिप के फूल खिलते है और जो प्रपोज कर के जवाब के वेटिंग में होते हैं उनकी सीट कंफर्म होती है। कुल मिलाकर यही कहना है कि एन्जॉय करो और करने दो यार, क्यों चरस बो रहे हो जिंदगी में… और प्लीज सच से मुंह मत फेरो।

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