मृणाल पाण्‍डेय न होतीं तो ढह जाती पत्रकारिता

: दायित्‍व-पत्रकारिता की इमारत में लसोढा हैं मृणाल पाण्‍डेय : ललई यादव ने पूरी गुंडई के साथ दो पत्रकारों का कैमरा पैरों से तोड़ा : निजी नहीं, पत्रकारिता के कुनबे को जोड़ने की अद्भुत शैली बनायी तडि़त कुमार और आनंदस्‍वरूप वर्मा ने : कुमार सौवीर लखनऊ : पत्रकारिता में अगर मैंने सबसे बेमिसाल अट्टालिका की […]

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ललई ने सपा-सरकार बनवाई, पारस ने ललई को छीला

: हरेक संभावित नेता को चबा डाला पारसनाथ यादव की चालों ने : क्‍या जगदीश सोनकर, और क्‍या केपी, और क्‍या ज्‍वाला। सब ढक्‍कन ही रहे : कसक बनी रही कि बेटे लकी को विधानसभा नहीं पहुंचा सके : कुमार सौवीर लखनऊ : एक थे हाजी अफजाल अहमद। सन-95 में नगर सीट से एमएलए बने, […]

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रोड़ा बने शख्‍स का विषदंत तोड़ डालते थे पारसनाथ

: ऐसा कोई सगा नहीं, जिसको पारसनाथ ने ठगा नहीं : कभी मुख्‍तार अंसारी तो कभी अभय सिंह को थामा, मगर जोड़ा नहीं : जगदीश सोनकर को बबुआ ही बनाये रखा और बेटे लकी को मवाली : कुमार सौवीर लखनऊ : पारसनाथ के पहले तक यहां की राजनीति लोक-कल्‍याण की होती थी। पारदर्शिता, सद्चरित्रता और […]

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