स्मृति-शेष नहीं, आज सम्पूर्ण बन गए शेषनारायण सिंह

: रोजाना चार हजार लाशें निकल रही हैं, लेकिन गली, मोहल्लों और गांवों में मातम के बजाय अंधभक्तों की हुंकारें : करुण-क्रंदन और हताशा-अवसाद का माहौल रोकने के बजाय भगवान का भजन-कीर्तन में जुटे अंधभक्त : संघी की राजनीति देश-हित नहीं, बल्कि सर्वनाश कर देने करने वाली करतूत :  कुमार सौवीर लखनऊ : करीब दो […]

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शेष जी महान इंसान हैं। उनको लेकर चिंतित हूँ

: अपने पुरुषार्थ के बल पर सम्‍पूर्ण प्रकाण्‍ड-ब्राह्मण हैं शेषनारायण सिंह : ग्रेटर नोएडा के जिम्‍स अस्‍पताल में भर्ती हैं शेष जी : समर्पित पत्रकारिता का इकलौता स्‍तम्‍भ हैं शेषनारायण सिंह : कुमार सौवीर लखनऊ : मुझे प्रकांड-ब्राह्मण ही पसंद हैं। लेकिन अक्खड़, ऐंठ-दर्प भरे लोगों से मुझे चिढ़ होती है, भले ही वे प्रकांड-ब्राह्मण […]

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शेषनारायण बोले, कालजयी रचना की उम्मीद बेमानी

: लेक्चरर बनना चाहता था, राग-दरबारी वाले खन्ना मास्टर ने सपनों को बिखेर दिया : मौक़ा मिलते ही टिप्‍पणी करता हूं, कोई भला माने या बुरा :  शेषनारायण सिंह नई दिल्‍ली : मैं मूल रूप से पत्रकार बनने नहीं आया था .क्योंकि मुझे मालूम है कि कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता .इसलिए जो […]

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