स्मृति-शेष नहीं, आज सम्पूर्ण बन गए शेषनारायण सिंह
: रोजाना चार हजार लाशें निकल रही हैं, लेकिन गली, मोहल्लों और गांवों में मातम के बजाय अंधभक्तों की हुंकारें : करुण-क्रंदन और हताशा-अवसाद का माहौल रोकने के बजाय भगवान का भजन-कीर्तन में जुटे अंधभक्त : संघी की राजनीति देश-हित नहीं, बल्कि सर्वनाश कर देने करने वाली करतूत : कुमार सौवीर लखनऊ : करीब दो […]
आगे पढ़ें