शशिशेखर का यह इंटरव्यू पीपी था, मतलब प्राइवेट प्रैक्टिस

: आइये, मैं बताता हूं कि शशि शेखर को क्‍या सवाल पूछना चाहिए रविशंकर प्रसाद से : जब मसला ईरान का हो तो तूरान पर चर्चा बकवास : एक मंत्री से जब सवाल उठेगा, तो सबसे पहले उसके कार्य-दायित्‍वों को लेकर : आप सम्‍पादक हैं या धंधेबाज खेल-खिलाडि़यों के कारिंदे ?: वाकई बदल रहा है […]

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बधाई हो शशि शेखर। तुमने चरण-चांपन के सर्वोच्‍च शिखर को छू लिया

: तुम तो पत्रकारिता के कैबिनेट सेक्रेट्री हो, फिर ऐसी मूर्खता : केवल तेल-मालिश, वरना केंद्रीय मंत्री रविशंकर सिंह के इंटरव्यू में मूर्खताओं को एडिट कर सकते थे तुम : शशिशेखर और निर्मल पाठक ने जो किया है, पत्रकारिता की पीढि़यां कोसेंगी : वाकई बदल रहा है हिन्‍दुस्‍तान अखबार का चरित्र-दो : कुमार सौवीर लखनऊ […]

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हटो, बचो। निकल रही है हिन्‍दुस्‍तान अखबार की शवयात्रा

: ऐसा कत्‍तई लगता ही नहीं कि एक जिम्‍मेदार पत्रकार ने यह साक्षात्‍कार लिया : केंद्रीय मंत्री रविशंकर सिंह का निहायत मूर्खतापूर्ण इंटरव्यू लिया है शशिशेखर और निर्मल पाठक ने : जब शीर्ष पर जमे समूह सम्‍पादक ऐसी हरकत करेंगे तो फिर छोटे पत्रकारों से क्‍यों शिकायत : शशिशेखर ने रविशंकर का इंटरव्यू नहीं लिया, […]

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मंचों पर अधिकांश महिलाएं आकर्षक देह और गले के कारण हैं: सोम ठाकुर

: सोम ठाकुर ने दिखाया मर्दों में महिला रचनाओं के प्रति नजरिया :: नामचीन कवि ही दिलाते हैं ऐसी गायिकानुमा महिलाओं को मंच :: खुशवंत सिंह, कुलदीप नैयर कुछ भी लिखें, हर अखबार छापता है :: लेकिन नवोदित प्रतिभावान लेखकों को वह सम्मान नहीं मिलता : : पैसा देने वाले पूंजीपतियों का काव्य-साहित्य सरोकार नहीं  […]

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