राम-सीता स्‍वयंवर में परशुराम न आते तो आपस में रक्‍तपात करते क्षत्रिय

: क्षत्रियों का समूल नाश करने वाला नहीं, राम का पिता-तुल्‍य परशुराम ही पूज्‍य : प्रो जीके सिंह के तर्क सुनिये, तो बुद्धि लहालोट हो जाएगी : लोटा-जनेऊ की टंकार कर मूंछ मरोड़ने वाला ब्राह्मण, या राम में सारी शक्तियां तिरोहित करने वाला क्षत्रिय महान है : कपोल-कल्पित गाथाओं को जमीन से कोसों ऊपर मानते […]

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गंभीर, चिंतित और प्रखर वक्ता भी करवा-चौथ पर पैर छुआने में गदगद

: स्‍त्री बनी हवन-सामग्री और पुरुष अपनी मर्दानगी मूंछें मरोडने में जुटा : करवा-चौथ तो बीत गया, अब उसके अर्थ और मर्म को समझिये : चलता रहा है, तो कोई बात नहीं। लेकिन अब तो उसे तर्क पर तौलिये : कुमार सौवीर लखनऊ : स्त्री के सशक्तिकरण व उसके व्यक्तिगतता के साथ उसके स्वतंत्र अस्तित्व […]

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एक हाथ से जीभ, दूसरे से लिंग। लगे नाचने शिव-शम्‍भू

: दुर्वासा के सामने शिव की लीला सुनिये तो दंग रह जाएंगे आप : कोरोना-काल तो विपश्‍यना-काल है। इसमें पश्‍चाताप नहीं, प्रायश्चित कर निर्मल हुआ जाए : जीभ-लिंग 1 : कुमार सौवीर लखनऊ : पुराणों को हम गालियां तो खूब दे सकते हैं, लेकिन उनमें छिपे अन्‍तर्कथा को फेंक देते हैं। जब होना तो यह […]

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