अरे उल्‍लू के पट्ठों ! स्‍त्री तुम्‍हारा शौचालय नहीं है रे

: मानव के प्रजनन अंगों का वेद बुना है वात्‍सायन व कोका पंडित ने, उसकी भावुकता व संवेदनाओं की व्‍याख्‍या की है ओशो ने : ओशो यानी ओशनिक, अर्थात समुद्र की तरह गहरा, प्रशांत और रत्‍न-सागर : सहवास। अछूते सवालों पर चर्चा ओशो से पहले भगवान तक ने जरूरी नहीं समझा : स्‍त्री को नर्क […]

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नवरात्र पर मैंने सच बोला, तो देवी-भक्‍तों ने मुझे मां-बहन की गालियों से नवाज लिया

: देवी-प्रतिमा के सामने तो माथा रगड़ते हैं, लेकिन जीवन्‍त महिलाओं का जीना हराम किया रखेंगे यही देवी-भक्‍त : ऐसे भक्‍तों की गालियां मैंने कुबूल नहीं किया, वापस भेज दिया :   मैंने चन्‍द्रघण्‍टा पर लिखा, तो यह भक्‍त गालियां देने पर आमादा : ऐसे देवी-भक्‍तों पर मैं थूकता हूं : कुमार सौवीर लखनऊ : […]

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देवी-पाण्‍डाल में घण्‍टा मत बजाओ, जाओ अपनी चन्‍द्रघण्‍टा को बचाओ

: लखनऊ में 11 साल की बच्‍ची को अगवा कर सामूहिक बलात्‍कार हुआ, और यह हिन्‍दू मेरी औकात दिखाने पर आमादा हैं : हमें ज्ञान और फटकार दे रहे हैं, आज तक किसी अपराधी के खिलाफ कोई प्रतिवाद किया है आपने : मैं 55 साल का नवयुक हूं, आपकी तरह 50 साल का बुड्ढा नहीं […]

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