पत्रकारिता में खोखले सुरंग-जीवीयों को करीब से देखा मैंने

: पत्रकारिता के बड़े पदों को छेंके हुए ओछे बौने लोग : मौका मिलते ही पाखण्डी बन जाते हैं आदर्श बघारते लोग : नंगे अवधूत की डायरी पर दर्ज हैं सुनहरे चार बरस ( तीन ) : कुमार सौवीर लखनऊ : आपको एक बात बता दूं कि इस पूरे अखबार में सुब्रत राय ने एक […]

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दूसरों की मजबूरियां दो कौड़ी में खरीदने में सुब्रत राय को महारत है

: नौकरी मिली तो मछली-भात, और बेरोजागार हुए तो क्रांति-कामी : मुझे गर्व है कि दिग्गजों ने मेरे भविष्य की दिशा तय की : नंगे अवधूत की डायरी पर दर्ज हैं सुनहरे दर्ज चार बरस ( दो ) : कुमार सौवीर लखनऊ : साप्ताहिक शान-ए-सहारा अखबार के लिए आफिस खोजने के लिए दो दिनों में […]

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श्रमिकों के तेवर के सामने सुब्रत राय की अकड़-फूं निकल गयी

सुब्रत राय का इलाज या तो मजदूर होते हैं, या फिर सुप्रीम कोर्ट नंगे अवधूत की डायरी पर दर्ज हैं सुनहरे चार बरस ( एक ) चुटकियों में निपट गया साप्ताहिक शान-ए-सहारा का झंझट कुमार सौवीर लखनऊ : सुब्रत राय और सहारा इंडिया का यह सिर्फ किस्सा ही नहीं है, एक खबर की मुकम्मल पंच-लाइनें […]

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