हर बार सिर्फ सच ही नहीं बोलते हैं विधानसभा अध्यक्ष

: कैसे सहमत हुआ जा सकता है कि “विज्ञान सत्य के निकट है लेकिन जीवन से दूर है।” : कोई भी खोज हो, दोनों समुदाय के पण्डित कहने लगते हैं कि यह तो हमारे यहां पहले ही कहा गया है :  सूर्य प्रसाद गोंडा : कल 21 जून को स्वतंत्र भारत अखबार के संपादकीय पृष्ठ […]

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राजनाथ सिंह: फिलहाल खामोश है मूलत: संघी, और मौलिक शिक्षक

: अपने नकारात्‍मक अंदाज के चलते केजरीवाल अच्‍छे वक्‍ता का आधार खो चुके : मुलायम की बात समझ से परे और मायावती खुद में मीडिया को झांकने का मौका ही नहीं देतीं : अब तीसरे स्‍थान पर हैं अखिलेश, दूसरे पर दीक्षित, और पहले पायदान पर राजनाथ सिंह : कुमार सौवीर लखनऊ : हरियाणा, पंजाब, […]

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सर्वश्रेष्‍ठ वक्‍ता हैं राजनाथ सिंह, हृदयनारायण दीक्षित और अखिलेश यादव

: जयललिता तो बेमिसाल थीं, नरेंद्र मोदी, हृदयनारायण दीक्षित और अखिलेश यादव बेधड़क : राजनाथ सिंह किसी सिंह-स्‍वर में दहाड़ते रहे हैं, बेहद तार्किक और तारतम्‍यता के साथ : इंदिरा गांधी प्रेस से बचती थीं, जबकि राजीव गांधी हकलाते थे : कुमार सौवीर लखनऊ : बातचीत में चिल्‍ल-पों करना, अनर्गल बयानबाजी का सहारा लेना, बहस […]

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