राजनीति महिलाओं के लिए बुरी नहींं है, बशर्ते… : सीता सिंह

बिटिया खबर
: कुशीनगर की एक युवा वकील को मिला राजनीति का पहला सबक : ईमानदारी, कार्यकुशलता, दृढ़ ईच्छाशक्ति व घात-प्रतिघात के मध्य अपने धैर्य को बनाये रख कर महिलाएँ समाज और देश के लिए राजनीति के माध्यम से बहुत कुछ कर सकती है :

सीता सिंह

कुशीनगर : आज सहसा ही बैठे बैठे हमने अपने पांच महीने के राजनैतिक सफर का मूल्यांकन किया, तो पाया कि राजनीति में आप लोगों के साथ जितने मर्यादित ढंग से पेश आते हैं। बदले में आपको उसी स्तर का सम्मान मिलता है। इसलिए महिलाओं के लिए राजनीती उतनी बुरी नही है जितनी आम जनमानस में धारणा व्याप्त है। क्योंकि हमारा आचार व्यवहार, वार्तालाप और कार्यशैली आदि का ढंग, लोग हमारे साथ कैसा व्यवहार करें इस बात के लिए बाध्य करता है। लेकिन पीठ पीछे निंदा की प्रवृत्ति से आप यहाँ भी नही बच सकते चाहे लोग आपके मुँह पे आपका कितना भी सम्मान क्यों न करते हो।
यहाँ यह तथ्य भी उतना ही सत्य है कि आप किसी के साथ कितनी भी ईमानदारी के साथ क्यों ना रहे, आप उससे यह आशा नही रख सकते कि वह भी आपके प्रति उतने ही ईमानदार होंगे,
कुल मिला कर पांच महीने का राजनैतिक सफर ठीक-ठाक ही रहा,और आज मैं यह कहने की स्थिति में हूँ कि राजनीति महिलाओं के लिए बुरी नही है बशर्ते आप अतिशय महत्वकांक्षी और विशुद्ध लाभ की राजनीति करने वालों में से ना हो।
अन्यथा ईमानदारी, कार्यकुशलता, दृढ़ ईच्छाशक्ति व घात-प्रतिघात के मध्य अपने धैर्य को बनाये रख कर महिलाएँ समाज और देश के लिए राजनीति के माध्यम से बहुत कुछ कर सकती है
आशा करती हूँ कि भविष्य में कुशीनगर की महिलाएं व् युवा लड़कियां भी राजनीति में अपनी भूमिका का महत्व समझेंगी और शनै शनै राजनीति में पदार्पण करेंगी तथा समाज की दशा व् दिशा बदलने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी

सीता सिंह ‘अंशु’ (अधिवक्ता)
महामंत्री, भाजपा महिला मोर्चा
(कुशीनगर)

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