: यही वे पत्रकार हैं, जो पहले जागेंद्र सिंह को पत्रकार मानने से ही इनकार करते थे : आज राज्यपाल से मांग की कि जागेंद्र सिंह के नाम पर प्रेस-क्लब का निर्माण होना चाहिए : जागेंद्र के हत्यारोपी मंत्री राममूर्ति को अब तक मुख्यअतिथि के तौर पर बुलाते थे यही पत्रकार :
कुमार सौवीर
लखनऊ : वक्त ज्यादा नहीं हुआ है। अभी दो साल पहले की ही बात है, जब शाहजहांपुर के पत्रकारों की निगाह में जागेंद्र सिंह एक दलाल, ब्लैकमेलर और पत्रकारिता के नाम पर कलंक माना जाता था। उसके खिलाफ यही पत्रकार बाकायदा रस्सा-कशी किया करते थे, गोलबंदी और साजिशें होती थीं। जागेंद्र सिंह की मौत को इन्हीं पत्रकारों ने एक शब्द तक नहीं लिखा, बल्कि हर बरस आयोजित किये जाने वाले हिन्दी दिवस, पत्रकारिता दिवस आदि अवसरों पर सपा सरकार के मंत्री रहे राममूर्ति वर्मा को ही पूरी तरह सम्मान देकर उसे अपने कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जाता था। यह जानते हुए भी कि राममूर्ति वर्मा को जागेंद्र सिंह ने अपने मृत्यु पूर्व बयान में अपना हत्यारा के तौर पर पहचाना था। आपको बता दें कि आरोपों के अनुसार मंत्री वर्मा के इशारे पर कोतवाल श्रीप्रकाश राय वे उसके साथियों ने जागेंद्र के घर घुस कर उसे जिन्दा फूंक डाला था।
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लेकिन जब प्रमुख न्यूज पोर्टल मेरी बिटिया डॉट कॉम ने जागेंद्र सिंह की मौत के बाद अपनी तफ्तीश में पाया कि जागेंद्र सिंह वाकई पत्रकार था, जांबाज और साहसी पत्रकार था। इतना बेबाक पत्रकार था कि शाहजहांपुर का कोई भी पत्रकार उसके सामने कहीं नहीं टिक पाता था। मैंने इस मसले पर अपनी छानबीन जारी रखी और आखिरकार साबित कर ही दिया कि शाहजहांपुर में अगर कोई पत्रकार था, तो वह था इकलौता जागेंद्र सिंह। बाकी तो केवल दलाली पर ही आमादा था। उसके बाद से ही प्रदेश और देश के समाचार संस्थानों के साथ ही साथ सरकार ने भी कुबूल किया कि जागेंद्र सिंह मूलत: पत्रकार थे।
ऐसा हो जाने के बाद ही अब शाहजहांपुर के पत्रकारों ने जागेंद्र की मौत को कैश कराने की जुगत भिडायी है। अपनी पूरी निर्लज्जता से रचे-बसे एक बयान में इन पत्रकारों ने एक बयान जारी किया है। आप भी जायजा लीजिए:- आज शाहजहांपुर के पत्रकारों का एक शिष्टमंडल प्रेस क्लब ऑफ शाहजहांपुर के अध्यक्ष राजीव गुप्ता की अगुवाई में राज्यपाल श्री राम नाईक से मिला और उन्हें पत्रकारों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपकर पत्रकारों पर हो रहे हमलों पर चिंता जाहिर की. राज्यपाल महोदय ने ज्ञापन पर त्वरित आदेश करते हुए यथा संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
प्रेस क्लब ऑफ शाहजहांपुर के अध्यक्ष राजीव गुप्ता के नेतृत्व में वरिष्ठ पत्रकार कौशलेंद्र मिश्र पत्रकार एवं स्तंभकार अमित त्यागी पत्रकार अभिनय गुप्ता एवं पत्रकार विवेक वर्मा का शिष्टमंडल विगत सोमवार को राज्यपाल श्री राम नाईक से मिला.उनसे मुलाकात के दौरान राज्यपाल को पत्रकारों से संबंधित समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें पत्रकारों पर हो रहे लगातार हो रहे हमलो पर चिंता जाहिर करते हुए उनकी सुरक्षा की मांग की गई ।
साथ ही पुलिस प्रशासन द्वारा फर्जी मुकदमों में फसाए गए पत्रकारों को न्याय दिलाने एवं आगे से एक ऐसी समिति गठित करने जो पत्रकारों पर लिखी जा रही फर्जी रिपोर्टों की जांच कर कर सकें की मांग की गयी । इसके अतिरिक्त पत्रकारों की मान्यता समिति में पत्रकारों को शामिल करने, पत्रकार जगेंद्र सिंह के गृह जनपद में प्रेस क्लब के निर्माण में प्रशासन द्वारा मदद करने, पत्रकारों के लिए निशुल्क आवास उपलब्ध कराने एवं पत्रकारों के बच्चों को विशेष स्कॉलरशिप देने ताकि पत्रकारों के बच्चे धनाभाव के कारण अच्छी शिक्षा से दूर ना रह सकें आदि मांगे की गई ।
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महामहिम राज्यपाल ने सारी मांगों को गंभीरता से सुनकर एवं पढ़कर अपने हाथ से ही ज्ञापन पर नोटिंग कर समस्याओं के निराकरण की संस्तुति दी है। वार्ता के दौरान राज्यपाल महोदय ने आश्वासन दिया कि पत्रकारों के हित में शासन कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ेगा। इसके बाद राज्यपाल महोदय ने शिष्टमंडल को सम्मानित करते हुए प्रतीक चिन्ह प्रेस क्लब ऑफ शाहजहांपुर के अध्यक्ष राजीव गुप्ता को भेंट किया । शिष्टमंडल के अन्य पत्रकारों को भी स्मृति चिन्ह भेंट किये गए । महामहिम राज्यपाल को पत्रकार गणों ने वह पत्रिकाएं भी भेंट की जिसमें उनके लेख या स्तंभ प्रकाशित हुए थे। लगभग आधे घंटे की भेंट में पत्रकारों के हितों और उनकी समस्याओं को लेकर गंभीर मुद्दों पर हुई बातचीत में श्री नायक ने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।