दिनदहाड़े छात्रा की गोली मारकर हत्या
लखनऊ: पटना में दो दिन पूर्व जिस तरह से आरपीएफ जवान जसवंत सिंह ने एक तरफा प्यार में कबड्डी खिलाड़ी मनीष की हत्या करने के बाद खुद को भी गोली मार ली थी, ठीक उसी तरह शुक्रवार सुबह राजधानी में स्कूल जा रही 12वीं की छात्रा साक्षी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पड़ोस में रहने वाले ड्राइवर आशीष उर्फ रेशू ने पहले छात्रा को जबदस्ती खींचकर अपनी बाइक पर बैठाने का प्रयास किया। इस पर साक्षी व आशीष के बीच हाथापाई हुई और वह गिर पड़ी। साक्षी संभलती इससे पहले ही बौखलाए आशीष ने गर्दन में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना के कुछ देर बाद आशीष ने आशियाना के रुचिखंड निवासी मौसेरे भाई नन्हे के घर सुसाइड नोट लिखने के बाद खुद को भी गोली मार ली। ट्रॉमा सेंटर में भर्ती आशीष की आज मौत हो गयी। आशीष मूल रूप से मल्लावां, हरदोई का निवासी है। 550/83 साकेतपुरी, कृष्णानगर निवासी मलिहाबाद ब्लाक में सहायक लेखाकार शिशुपाल सिंह की छोटी बेटी साक्षी (17) न्यू पब्लिक इंटर कॉलेज, पवनपुरी में कक्षा 12 की छात्रा थी। गुरुवार सुबह करीब 7:30 बजे वह साइकिल से स्कूल जाने के लिए निकली थी। उसके साथ तीन-चार अन्य छात्राएं भी स्कूल जा रही थीं।
बाइक पर नहीं बैठी तो मारी गोली: सड़क पर सरेआम आशीष ने छात्रा निशा को जबरन बाइक पर बैठाने का प्रयास किया तो वह उससे भिड़ गई। इसी को लेकर आशीष ने उसे गोली मार दी और साथी के साथ भाग निकला। घर वालों ने बताया कि वह निशा को अक्सर परेशान करता था। गीतापल्ली में मकान नंबर ए-26 के पास पहले से खड़े मोटरसाइकिल सवार आशीष व उसके साथी ने साक्षी को जबरन रोक लिया। आशीष साक्षी को जबरदस्ती खींचकर बाइक पर बैठाने का प्रयास करने लगा। नाकाम रहने पर उसने साक्षी की गर्दन में गोली मार दी। साक्षी की बड़ी बहन रिंकल व बड़ा भाई राहुल है। आरोपी आशीष का बड़ा भाई विनय वर्मा, शिशुपाल सिंह के पड़ोस में यशपाल सिंह के घर में किरायेदार है। आशीष भी वहीं रहता था। साक्षी की मां निशा का आरोप है कि आशीष उनकी बेटी को काफी दिनों से तंग कर रहा था। आए दिन उसका पीछा कर जबरदस्ती बात करने का प्रयास करता था। मुहल्ले के लोगों ने भी इस बात की गवाही दी कि आशीष वहां गुंडागर्दी करता था और साक्षी को काफी दिनों से परेशान कर रहा था। साक्षी के पिता ने 15 दिन पूर्व पुलिस से आशीष के बर्ताव की शिकायत भी की थी। डीआईजी डीके ठाकुर के मुताबिक छात्रा के घर वालों ने पूर्व में पुलिस से कोई शिकायत नहीं की थी। सुसाइड नोट में आशीष ने प्रेम में निराश होकर यह कदम उठाने की बात लिखी है। साथ ही साक्षी के चचेरे भाई पर उसे धमकाने का आरोप भी लगाया है। मामले की जांच की जा रही है। नाराज लोगों का फूटा गुस्सा छात्रा की हत्या के बाद जागरण टीम ने जब आलमबाग के पवनपुरी व आसपास क्षेत्र में रहने वाले लोगों से बातचीत की तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। पवनपुरी निवासी श्र्वेता यादव का कहना है कि आए दिन छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। एसके शुक्ला कहते हैं कि पुलिस किरायदारों का सत्यापन तक नहीं व राकेश शाह कहते हैं कि शाम होते ही खुलेआम शराब व हुड़दंग का दौर शुरु हो जाता है
शिकायत पर नहीं चेती पुलिस: छात्रा साक्षी के घर के ठीक बगल में कानपुर निवासी यशपाल सिंह का मकान है। यहां वारदात के बाद भारी पुलिस बल पहुंचा। जिसे देखकर लोगों में एक ही चर्चा थी काश पहले इस मकान में पुलिस आई होती तो शायद यह दिन देखने को न मिलता। छात्रा के घर वालों के मुताबिक उन्हें करीब एक माह पूर्व पता चला था कि आशीष उनकी बेटी को तंग कर रहा है। इस पर उन्होंने इसकी शिकायत सबसे पहले उसके भाई विनय से की थी। बताया गया कि करीब 15 दिन पूर्व आशीष घर के बाहर कार खड़ी कर काफी तेज आवाज में डेक बजा रहा था। जिसका विरोध करने पर आशीष उनसे झगड़ा करने पर उतारू हो गया। छात्रा के पिता शिशुपाल के मुताबिक तब उनके साले मनीष ने सर्विलांस सेल में अपने एक परिचित पुलिसकर्मी को प्रार्थना पत्र देकर आशीष की शिकायत की थी। इसके बाद वह मुहल्ले में नहीं आया पर प्रार्थना पत्र दिए जाने के दो-तीन बाद ही उसने फोन कर धमकी दी थी। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आशीष के बारे में कोई शिकायत नहीं की गई थी। इंस्पेक्टर कृष्णानगर वीरेंद्र कुमार के मुताबिक वारदात में आशीष के साथ उसका दोस्त मवइया निवासी अभिषेक यादव शामिल था। न्यू पब्लिक इंटर कॉलेज में शुक्रवार सुबह साक्षी की हत्या के बाद शोक में अवकाश घोषित कर दिया गया। मां को तो यकीन ही नहीं हुआ : साक्षी की मौत की खबर घर पहुंची तो वहां कोहराम मच गया। साक्षा की मां निशा को तो यकीन ही नहीं हुआ कि उनकी बेटी अब कभी लौटकर नहीं आएगी