ब्रेकिंग-न्‍यूज: सत्‍यानास, ठप्‍प हो गयी मेट्रो। यात्री डिब्‍बे में फंसे

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: सुबह सवा छह बजे चारबाग से ट्रांसपोर्टनगर की ओर बढ़ते ही पटरियों पर जाम हो गयी मेट्रो, सैकड़ों यात्री बेहाल : अचानक दब गया इमर्जेंसी ब्रेक दबा, नतीजा इंजन बंद हुआ, फिर पहिया जाम हुए, एसी भी बंद : बोगियों के दरवाजे बन्‍द, कई यात्रियों की फ्लाइट छूटी :

कुमार सौवीर

लखनऊ : सिर मुंड़ाते ही ओले पड़ गये। दूसरे नम्‍बर की मेट्रो का अचानक ही इमर्जेंसी ब्रेक का बटन बंद हो गया है। मेट्रो अपनी पटरियों पर फंस गयी है। न इधर से कोई खिसक सकता है, और न कोई चढ़-उतर सकता है। सैकड़ों यात्री इस ट्रेन में फंसे हुए हैं। करीब एक घंटे से जारी इस दुखद घटना का दर्दनाक पहलू यह है कि उस ट्रेन को खिसका कर प्‍लेटफार्म तक खींच पाने के लिए भी कोई भी प्रयास नहीं होता दिख रहा है। कई यात्रियों की फ्लाइट छूट गयी है। अजब बदहवासी का माहौल है। जबकि राहत के नाम पर कोई भी प्रयास नहीं हुए हैं अब तक।

बढ़ते ही नवाबों के शहर में रहने वालों को रफ्तार के पंख मुहैया कराने वाले सपने आज पहले ही दिन बे-पर हो गये हैं। बड़े अरमान लेकर आज लोग मेट्रो का सफर करने के अपने सपने को पूरा करने के लिए स्‍टेशन पर पहुंच गये थे। मकसद था कि इस मैट्रो पर सवारी करने का लुत्‍फ लेना। इसके लिए अधिकांश लोग तो सपरिवार सुबह से ही चारबाग मैट्रो स्‍टेशन पर डेरा डाले बैठे थे। ट्रेन आयी, और यात्रियों को लेकर रवाना हो गयी। मगर अगले स्‍टेशन दुर्गापुरी के पहले ही उन सारे यात्रियों के सारे सपने चकनाचूर हो गये।

यह हालत है लखनऊ मेट्रो की। चारबाग से ट्रांसपोर्टनगर की ओर बढ़ते ही आज जैसे ही पहली मैट्रो रेल आगे सरकी, कुछ ही देर बाद बमुश्किल तीन सौ मीटर बढ़ते ही मैट्रो के पहिये थम गये। ऐसे थमे कि सरकने को ही तैयार नहीं। कोई बस या टैक्‍सी होती तो यात्री दिक्‍कत होते ही उतर जाते। लेकिन यहां के यात्री तो मेट्रो में हैं। और मेट्रो है कम से कम 40 मीटर ऊपर। ऐसे में वे अब न तो उतर सकते हैं, और न ही किसी तरह की राहत उन तक पहुंच सकती है। सारी बोगियों के सारे दरवाजे कसे हैं। खिसकने-सरकने की कोई गुंजाइश तक नहीं बची है। बस वे किसी कसे-जकड़े पिंजरे की तरह बंद हैं।

यात्रियों का कहना है कि उन्‍हें खबर मिली है कि किसी ने इमर्जेंसी बटन दबा दिया था, जिसके परिणामस्‍वरूप मेट्रो के पहिये थम गये। मगर हैरत की बात है कि इस समस्‍या का समाधान करने में एक घंटा से ज्‍यादा लग जाने के बावजूद कोई भी रास्‍ता नहीं दिख रहा है। उधर खबर है कि कई यात्रियों की फ्लाइट तक छूट गयी है।

खड़ी मेट्रो में अपनी दिल्‍ली की फ्लाइट छूट जाने से परेशान अलीगंज लखनऊ के आलोक कुमार से बातचीत सुनने के लिए कृपया निम्‍न लिंक पर क्लिक कीजिए:-

लखनऊ की खटारा मेट्रो

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