जेल इमारत का उद्घाटन किया, वहीं सड़ रहे हैं राघवजी
भोपाल : अपने नौकर के साथ अप्राकृतिक यौन शोषण के मामले में जेल गए पूर्व वित्तमंत्री राघवजी को अब धर्म-कर्म की याद आ गयी है। जेल के जिस ब्लॉक को उन्होंनने सात साल पहले वर्ष 2006 में उद्घाटन किया था, इसी में अब नौ अन्य विचाराधीन कैदियों के साथ बंद राघवजी को अब शिवपुराण की जरूरत पड़ गयी है। बहरहाल, आज बुधवार को कोर्ट में राघवजी की जमानत याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी। यह सुनवाई गुरुवार को होगी। वैसे उनकी सेहत अब चकाचक है, यह दीगर बात है कि उन्हों ने अपनी अग्रिम जमानत में अपनी दर्जनों बीमारियों को गिन डाला था, लेकिन जांच में इनमें से एक भी बीमारी उनके खाते में नहीं दिख पायी।
यह पहला मामला है, जब नियमित जमानत अर्जी के साथ ही ७ लोगों ने जमानत पर आपत्तियां पेश कीं। बुधवार के एडीजे संजीव कालगांवकर की अदालत में सुनवाई शुरू होते ही फरियादी राजकुमार दांगी की ओर से दो वकीलों ने आपत्ति पेश की।
उधर, जेल सूत्रों का कहना है कि जेल में रात गुजारने के बाद सुबह राघवजी ने जेल प्रशासन से शिवपुराण मांगी, जो उन्हें मुहैया करा दी गई। मंगलवार रात और बुधवार सुबह उनका मेडिकल चैकअप किया गया,जिसमें ब्लडप्रेशर नार्मल पाया गया।
राघवजी हिट विकेट हुए हैं: विजयवर्गीय
उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेसी यदि यह समझ रहे हैं कि राघवजी का विकेट उन्होंने लिया है तो वे गलतफहमी में हैं, राघवजी तो हिट विकेट हुए हैं।
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