पीट कर मार डाला लंगूर, तोहमत मुसलमानों पर

सैड सांग

: खाना खिलाने का लालच देकर पहले लंगूर का विश्‍वास जमाया, फिर कमर तोड़ डाली : शुरूआत में तो यह तोहमत मुसलमानों पर थोपने की साजिश की गयी थी : महाराष्‍ट्र के वाशीम में हुई घटना में तीनों अभियुक्‍त पशु-क्रूरता एक्‍ट में गिरफ्तार :

कुमार सौवीर

लखनऊ : उसकी शक्‍ल और उसका भीमकाय डील-डौल ही थोड़ा डरावना होता है, हालांकि उसका हाव-भाव और उसका व्‍यवहार बेहद शांत और स्‍नेही माना जाता है। एक ओर जहां सामान्‍य लाल अगवाड़े-पिछवाड़े लाल रंग के अंग बेहद शरारती और हमलावर होते हैं, जबकि उसके ठीक उलट लंगूर निहायत पालतू, सहज और मानवीय माना जाता है। खास तौर पर वह सहज ही मनुष्‍यों और उनकी प्रवृत्तियों पर अगाध आस्‍था और विश्‍वास कर बैठता है। जैसा कि लाल मुंह-पीछ बंदर बात-बात पर लोगों पर खौखियाता-डराता रहता है, लंगूर किसी को सताता नहीं। अपने से ही काम रखता है लंगूर, किसी को प्रताडि़त करना उसकी फितरत नहीं होती।

यही वजह है कि हिन्‍दुओं में लंगूर को ही बजरंग बली यानी हनुमान का प्रतिरूप माना जाता है। लेकिन अपनी इसी प्रवृत्ति ही बीते शनिवार को महाराष्‍ट्र के वाशीम जिले में उसकी मौत की वजह बन गयी। तीन युवकों ने यहां के एक सीधे-सच्‍चे से लंगूर को पीट-पीट कर पूरी नृशंसता के साथ मौत के घाट उतार डाला। हत्‍यारों ने इस पूरे हादसे का वीडियो भी बनाया और उसे वायरल भी कर दिया।

इतना ही नहीं, मानवता पर सबसे बड़ा धब्‍बा और शर्मनाक हादसा तो तब साबित हुआ, जब उस हादसे का सारा आरोप मुसलमानों पर थोप देने की साजिश की गयी। एक निहायत साजिश के तहत इन हत्‍यारोपितों का नाम ही बदल कर उसे हिन्‍दू के बजाय मुसलमानों के नाम से वायरल कर दिया गया, ताकि यह हादसा धर्मांध लोगों के बीच भड़क पड़े और हिन्‍दू-मुसलमानों के बीच दंगों का कारण बन जाए।

परसों देर रात मेरी बेटी बकुल के वाट्सऐप पर उसके किसी मित्र ने यह वीडियो भेजा, इस आशय से वह मुझसे इस वीडियो और उससे जुड़े तथ्‍यों की छानबीन कर सकूं। चूंकि मैं रात भर काम ही करता रहा, और जब बिटिया अपने आफिस की ओर निकली, तब मैं उससे समय तक बात नहीं कर पाया। हां, बकुल ने इस बारे में दोपहर को फिर पूछ कर चाहा कि उस वीडियो पर तथ्‍य क्‍या हैं, तो मैंने उसे देखा और फिर अपनी छानबीन शुरू कर दी। वीडियो देखते ही मेरा दिमाग भन्‍ना गया। उसे देखते ही मैं सहम गया, और कांपने लगा। कोई भी इंसान इस तरह किसी जानवर को पीट-पीट कर मार डाल सकता है, मुझे यकीन ही नहीं आया। खास तौर पर तब, जबकि यह जानवर कोई सामान्‍य नहीं, बल्कि हिन्‍दुओं की आस्‍था का सर्वोच्‍च केंद्र यानी मानव-रूपी लंगूर हो। (क्रमश:)

यह सिर्फ अमानवीय और नृशंस हत्‍या ही नहीं है। यह इसलिए भी रोंगटे खड़े करने वाला हादसा है जिसमें विभिन्‍न समुदायों के बीच हिंसक और खूनी रंजिश की आग भड़काने की साजिशें भी हैं।

इस खबर के बाकी हिस्‍सों को पढ़ने के लिए कृपया निम्‍न लिंक पर क्लिक कीजिएगा:-

बुद्धिहीन तनु जानि कै सुमिरौ पवन कुमार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *