निर्भया हत्याकांड: फांसी पर नया हंगामा

दोलत्ती

: वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह के बयान पर निर्भया की मां भडकी : सोनिया ही क्यों, मेरे साथ ऐसा होता तो मैं भी हत्यारों को माफ कर देता : ‘इंदिरा जयसिंह कौन होती हैं’ :
दोलत्ती संवाददाता
नई दिल्ली : फांसी पर फिर से आग भडकने लगी है। सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह के एक बयान पर आज निर्भया की मां ने जोरदार विरोध किया। इंदिरा ने कहा था कि जिस तरह सोनिया गांधी ने अपने पति के हत्यारों को माफ कर दिया था, उसी तरह बेहतर तो यह हो कि निर्भया की मां भी सोनिया गांधी के उदाहरण का अनुसरण करते हुए अपने विशाल ह्रदय होने का प्रदर्शन करें और निर्भया के हत्यारों को माफ कर दें। इस पर गुस्साई निर्भया की मां ने कहा कि इंदिरा जयसिंह हत्यारों के पक्ष में ऐसा कैसे बोल सकती हैं। फांसी न होने तक मैं संतुष्ट नहीं हो सकती।
गौरतलब है कि इसके पहले इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट किया था कि, ‘मैं निर्भया की मां के दर्द से पूरी तरह परिचित हूं। मैं उनसे सोनिया गांधी के उदाहरण का अनुसरण करने का आग्रह करती हूं, जिन्होंने राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी नलिनी को माफ कर दिया और कहा कि वह उसके मृत्युदंड नहीं चाहती। हम आपके साथ हैं लेकिन मृत्युदंड के खिलाफ हैं।’ 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या में भूमिका के लिए नलिनी को गिरफ्तार किया गया था और उसे दोषी ठहराया गया था। आपको बता दें कि कांग्रेस के अध्यक्ष रहे और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी नलिनी को सोनिया गांधी ने माफ कर दिया था।
इंदिरा जय सिंह ने कहा कि वे आशा देवी के दर्द और तकलीफ से पूरी तरह से सहानुभूति रखती हैं, लेकिन उनसे अपील करना चाहती हैं कि वे सोनिया गांधी की तरह उदाहरण पेश करें जिन्होंने नलिनी को माफ किया और कहा कि वे उसके लिए मौत की सजा नहीं चाहती हैं. इंदिरा जय सिंह ने कहा वे उनके साथ हैं, लेकिन फांसी की सजा के खिलाफ हैं.
निर्भया के इंसाफ के लिए कानून जंग लड़ने वाली उसकी मां आशा देवी ने भड़कते हुए कहा कि इंदिरा जयसिंह को इस तरह का सुझाव देने की हिम्मत कैसे हुई. उन्होंने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट में उनसे कई बार मिलीं, लेकिन उन्होंने एक बार भी उनका हाल-चाल नहीं पूछा. आज वो दोषियों के हक में बोल रही हैं. आशा देवी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे लोग बलात्कारियों को सपोर्ट कर अपनी रोजी रोटी चलाते हैं, इसलिए पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिलता है.
आपको याद होगा कि राजीव गांधी हत्याकांड में नलिनी दोषी ठहराई गई थी. कोर्ट ने उन्हें मौत की सजा सुनाई, लेकिन बाद में उसकी सजा को उम्रकैद में तब्दील कर दिया गया. 1991 में उन्हें इस मामले में जेल भेजा गया था. नलिनी लगभग 26 सालों से जेल में बंद है. साल 2008 में प्रियंका गांधी वाड्रा ने उनसे मुलाकात भी की थी. गांधी परिवार ने उन्हें माफ कर दिया है.
इससे पहले शुक्रवार को निर्भया की मां ने कहा कि अदालतों और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2012 में जो लोग रैली में भाग लेने गए थे और महिलाओं की सुरक्षा के लिए नारे लगाए थे। वही लोग अपनी राजनीतिक लाभ के लिए मेरी बेटी की मौत के साथ खेल रहे थे। उन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए फांसी को रोक दिया है।
निर्भया की मां ने कहा कि जबतक दोषियों को फांसी नहीं होती तब तक वह संतुष्ट नहीं होंगी। बता दें कि निर्भया मामले में विनय, अक्षय, पवन और मुकेश को दोषी ठहराया गया। इन चारों को 16-17 दिसंबर, 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के लिए मौत की सजा सुनाई गई है।इंदिरा जयसिंह की सलाह पर भड़कीं निर्भया की मां- ऐसे ही लोगों की वजह से बच जाते हैं बलात्कारी
निर्भया के इंसाफ के लिए कानून जंग लड़ने वाली उसकी मां आशा देवी ने भड़कते हुए कहा कि इंदिरा जयसिंह को इस तरह का सुझाव देने की हिम्मत कैसे हुई. उन्होंने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट में उनसे कई बार मिलीं, लेकिन उन्होंने एक बार भी उनका हाल-चाल नहीं पूछा. आज वो दोषियों के हक में बोल रही हैं.
हदेश की जानी-मानी वकील हैं इंदिरा जयसिंह। ने निर्भया की मां आशा देवी से अपील की है कि वे अपने बेटी के बलात्कारियों की फांसी की सजा माफ कर दें. इंदिरा जयसिंह ने इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का हवाला दिया है और कहा है कि सोनिया ने जिस तरह राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी की मौत की सजा माफ कर दी है, ऐसा ही उदाहरण आशा देवी को पेश करना चाहिए.

इंदिरा जयसिंह ने कहा कि वे आशा देवी के दर्द और वेदना को समझती हैं, लेकिन मृत्युदंड के खिलाफ हैं. आशा देवी ने इंदिरा जयसिंह की अपील पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि इंदिरा जय सिंह उन्हें सलाह देने वाली कौन होती हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की वजह से ही रेप पीड़ितों के साथ इंसाफ नहीं हो पाता है.

बता दें कि दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों के लिए नया डेथ वारंट कोर्ट ने जारी कर दिया है. चारों दोषियों को अब 1 फरवरी सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा. इससे पहले चारों दोषी विनय, मुकेश, पवन और अक्षय को 22 जनवरी को फांसी दी जानी थी, लेकिन एक दोषी मुकेश ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर की थी, राष्ट्रपति ने उसकी दया याचिका खारिज कर दी. इसके बाद पटियाला कोर्ट ने फांसी देने की नई तारीख मुकर्रर की है.

मेरी बेटी के साथ ऐसा होता, तो भी मैं हत्यारे पुलिसवालों के खिलाफ ही रहता

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