प्रमोद तिवारी पर नभाटा ने हचक के मक्‍खन पोता। क्‍या फ्री में ?

बिटिया खबर

: कांग्रेस का नेता सिर्फ गांधी-परिवार ही हो, इसका जवाब नहीं दे पाये प्रमोद तिवारी, बस तेल लगाते रहे : इतिहास का सबसे बड़ा आयोजन, दो-कौड़ी का इंटरव्‍यू, पत्रकार जुटे झौव्‍वा भर : नेता पर संपादक समेत दर्जनों रिपोर्टर लगा कर नभाटा ने ठेली वाहवाही : कांग्रेस की बर्बादी का जिम्‍मेदार हैं प्रमोद भी तो :

कुमार सौवीर

लखनऊ : खबर के नाम पर किसी भी नेता को प्रमोट करना अथवा उसको तेल-मक्‍खन से सराबोर कर देना आज की पत्रकारिता का एक खास अंग बन गया है। इसका असर किसी भी अखबार की किसी भी खबर में साफ-तौर पर देखा जा सकता है। पूरा का पूरा अखबार केवल पीपी यानी प्राइवेट-प्रैक्टिस या डग्‍गामारी में चल रहा है। खबर के नाम पर बेहूदगी का आलम है।
ऐसे में नवभारत टाइम्‍स यानी नभाटा का चरित्र भी किसी दूसरे अखबार से अलग कैसे हो सकता है। लेकिन बीते दिनों नभाटा के संपादक ने कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी के नख-शिख तक पर जिस तरह लबेड़-लबेड़ कर मक्‍खनबाजी पोत डाली, वह वाकई बेमिसाल और पत्रकारिता जगत में निहायत शर्मनाक भी है। हैरत की बात है कि फ्रंट-पेज से लेकर पेज नम्‍बर दो तक में मुसलसल दो बड़ी खबरों का स्‍पेस प्रमोद तिवारी पर न्‍यौछावर करने वाले नवभारट टाइम्‍स ने किसी भी मसले पर आम पाठक की जिज्ञासा को शांत करने की तनिक भी जरूरत नहीं समझी। करीब डेढ़ लोगों को जुटा कर नभाटा ने सवालों पर सवाल उड़ेले, लेकिन उनमें से एक भी रिपोर्टर एक भी ऐसा सवाल नहीं फेंक पाये, जिससे प्रमोद तिवारी बौखला सकें, आर्तनाद कर सकें। इतना ही नहीं, प्रमोद तिवारी ने तो खुद ही कई ऐसे मसले नभाटा की भीड़ के चेहरे पर फेंक कर मारा, लेकिन उसमें से एक भी मसले पर सवाल खोजने की औकात एक भी रिपोर्टर नहीं जुटा सका।
मसलन, इस साक्षात्‍कार-नुमा नौटंकी का एक बड़ा हिस्‍सा इस अखबार का बॉटम-लीड के तौर पर पेश किया गया। इस लहब्‍बी खबर का शीर्षक तो पढि़ये तो आपकी छींकें निकल जाएंगी। हेडिंग है:- कांग्रेस अध्‍यक्ष तो गांधी परिवार से ही होना चाहिए।
लेकिन ऐसा क्‍यों होना चाहिए, इस पर नवभारत टाइम्‍स ने कोई सवाल ही नहीं उठाया। हां, हल्‍के तौर पर रैपिड फायर पर यह सवाल स्किप कर दिया प्रमोद ने कि क्‍या प्रियंका और राहुल से बेहतर नेता है कांग्रेस के पास। उस पर भी स्किप कर दिया गया कि सन-2024 में क्‍या कांग्रेस कोई गैर कांग्रेसी पीएम चेहरा आगे करेगी। यह भी स्किप ही किया कि सन-2024 में रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी सोनिया गांधी।
लेकिन अपने दर्जनों रिपोर्टरों और पाठकों के साथ नभाटा का जिम्‍मा था कि वे स्किप किये गये सवालों पर प्रमोद तिवारी को घेर लेते। लेकिन नभाटा ने इन सवालों को न केवल नजरअंदाज कर दिया, बल्कि उसके ठीक उलट यह शीर्षक भी लगा दिया कि कांग्रेस अध्‍यक्ष तो गांधी परिवार से ही होना चाहिए। यह भी बड़ा सवाल छोड़ दिया गया कि जब कांग्रेस का अध्‍यक्ष गांधी परिवार से ही होना चाहिए है, तो फिर आपके यहां सांगठनिक चुनावों का अर्थ क्‍या रह गया है।

2 thoughts on “प्रमोद तिवारी पर नभाटा ने हचक के मक्‍खन पोता। क्‍या फ्री में ?

  1. Sir sayad aap such kah rahe hai but Pramod Tiwari ko congress ne waisa kuch jimmedari diya nai jisse wo kuch kr ske ..jaise State president ya ..koi aur samaj ko jodne ki jimmedari,
    mandal ka neta bana k rakha ..hamesa but 10 – 5 MLA m kaisa neta ..khud Gandhi parivar hamesa unhe hasiye p rakha ..jb ki es time m bhi wo congress k

    1. नमस्‍ते।
      आपका स्‍वागत है।
      आपके पास जब भी समय हो, तो 9453029126 या 8840991189 पर मुझे सम्‍पर्क कर लें।

      कुमार सौवीर

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