: बहुत फर्क है केजरीवाल और अखिलेश की सरकारों के बीच : केजरीवाल ने छवि नहीं, अपने संकल्प की लाज रखी, अखिलेश ने संकल्प नहीं, अपनी छवि भी बेतरह गंदली कर डाली : क्षेत्रीय दलों में अनोखी राजनीतिक निष्ठा और ईमानदारी का प्रतीक बनते जा रहे हैं केजरीवाल :
नई दिल्ली : दिल्ली में राजनीतिक और सेक्स चाशनी से सने का भू-डोल। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकार के मंत्री संदीप कुमार को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। संदीप कुमार करीब डेढ़ वर्षों के कार्यकाल में केजरीवाल सरकार के तीसरे ऐसे मंत्री हैं, जिन्हें पद से हटाया गया है। कानून मंत्री जितेंद्र तोमर और खाद्य आपूर्ति मंत्री आसिम अहमद खान इसके पहले राजनीतिक शहादत फरमा चुके हैं।
हालांकि संदीप की बर्खास्तगी से आप पार्टी और उसकी दिल्ली सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल की छवि पर खासा धब्बा पड़ा है, लेकिन इसके बावजूद सच बात तो यह है कि स्वच्छ राजनीति वाले अपने संकल्प पर अडिग केजरीवाल ने सभी क्षेत्रीय दलों को बेहद बौना साबित कर दिया है। किसी क्षेत्रीय दल के पहले मुख्यमंत्री बन गये हैं केजरीवाल जो अपने ही बिगडैल और आपराधिक छवि वाले मंत्रियों पर बेहिचक कार्रवाई कर सकते हैं।
जबकि इसके पहले समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, बिहार के नितीश कुमार आदि सभी क्षेत्रीय दलों की सरकार के किसी भी मुखिया को अपनी सरकार से बर्खास्त करने की हैसियत नहीं जुटा पायी है। आपको बता दें कि यूपी की अखिलेश सरकार शुरू से ही अपने मंत्रियों की करतूतों से कुख्याति हासिल करती रही है। चाहे वह शाहजहांपुर के जाबांज पत्रकार जागेंद्र सिंह को जिन्दा फूंक देने का षडयंत्र करने वाले मंत्री राम सिंह वर्मा रहे हों या फिर बलिया, कुशीनगर, गोंडा, अम्बेदकरनगर आदि करीब दो दर्जन से ज्यादा मंत्रियों और नेता रहे हों। और तो और, मथुरा में सरकारी 280 एकड़ जमीन पर दो सालों तक कब्जा कराने और उसके बाद गोलीकांड में 31 लोगों को पुलिस फायरिंग में मार डालने वाली अखिलेश सरकार के वरिष्ठतम मंत्री शिवपाल सिंह और मुजफ्फर नगर में आजम खान जैसे मंत्रियों की भूमिका पर भी अखिलेश सरकार ने लगातार चुप्पी ही रखी थी। बच्चियों के साथ सामूहिक बलात्कार आदि मामलो पर भी अखिलेश सरकार ने कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की।
बहरहाल, संदीप का मामला खासा दिलचस्प रहा है। खबर है कि सेक्स स्कैंडल में घिरे संदीप रोज सुबह-सुबह अपने पत्नी के पैर छूकर उनका आशीष हासिल करते थे। लेकिन जब उनकी करतूतों का खुलासा हुआ तो वे पूरे नंगे दिखे। सेक्स स्कैंडल में फंसकर मंत्री पद गंवाने वाले संदीप कुमार दिल्ली की सुल्तानपुर माजरा सीट से विधायक हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री रहे संदीप ने पिछले साल महिला दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में दावा किया था कि वह रोज सुबह उठकर अपनी पत्नी के पैर छूते हैं और उनकी पत्नी भी आशीर्वाद के तौर पर ‘खूब तरक्की करो’ कहती हैं. उनकी इस बात पर कार्यक्रम में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी थी।
संदीप कुमार इससे पहले दिल्ली की सड़कों से भिखारियों को हटाने के लिए अभियान छेड़ने को लेकर चर्चा में आए थे. इस योजना के तहत भिखारियों को सड़क से उठाकर राज्य सरकार की ओर से संचालित केंद्र में ले जाना था। हालांकि इस योजना में भिखारियों के पुनर्वास के उपाय शामिल नहीं किए जाने को लेकर कई सामाजिक कार्यकर्ता इस विरोध कर रहे थे। तब सीएम केजरीवाल ने इस योजना को ‘अमानवीय’ और ‘निरर्थक’ बताते हुए इस पर रोक लगा दी थी।