कार्रवाई न करने का अनुरोध कर युवती को साथ ले गये परिजन
कानपुर : हमीरपुर में रहने वाली एक युवती के साथ चार दिन तक दुष्कर्म करने के बाद कुछ लोग उसे मंगलवार को सेंट्रल स्टेशन पर आरपीएफ थाने के पास फेंक गये। अर्धमूर्छित मिली युवती के शरीर पर चोट के कई निशान थे। आरपीएफ ने युवती का प्राथमिक उपचार कराया फिर परिजनों की जानकारी कर उसे उसके परिजनों के हवाले कर दिया।
मंगलवार शाम करीब चार बजे सेंट्रल स्टेशन के कैंट साइड में आरपीएफ थाने के पीछे एक युवती गुड्डी (परिवर्तित नाम) बेहोशी की हालत में पड़ी थी। आरपीएफ के प्रमुख सभाशंकर द्विवेदी की उसपर नजर पड़ी तो वह युवती को थाने ले आये और पानी की छींटे डालकर उसे होश में लाये। युवती के पास झोले में एक जोड़ा कपड़ा और डेढ़ हजार रुपये थे। बार बार बेहोश हो रही थी युवती को किसी तरह होश में लाया गया। होश आने पर युवती ने कहा कि चार दिनों से उसने कुछ नहीं खाया है।
इसपर उसे नाश्ता करवाया गया। युवती ने बताया कि वह चार दिन पहले हमीरपुर स्थित अपने घर से कपड़ा सिलाने के लिए निकली थी। उसके बाद उसके साथ क्या हुआ, कौन लोग उसे कहां ले गए, कितने लोग थे, वह कुछ नहीं बता पायी। आरपीएफ ने युवती से उसके पिता का मोबाइल नंबर लेकर उन्हें सूचना दी। पिता की सूचना पर उसके रिश्तेदार व उनकी पत्नी थाना आरपीएफ पहुंचे। परिजनों ने किसी पर शक जाहिर नहीं किया और लोकलाज की खातिर बिना कुछ लिखा पढ़ी कराए ही युवती को अपने साथ ले गए।
ऐसा लगता है कोई युवक उसे बहला फुसलाकर लाया था क्योंकि युवती ने ये नहीं बताया कि उसको कहां से अगवा किया गया या कितने लोग थे। ये स्पष्ट है उसके साथ सामूहिक दुराचार किया गया, क्योकि वह बुरी तरह जख्मी थी। दुराचारी उसे स्टेशन के बाहर बेहोशी की हालत में फेंक गए।