: यह वह पीसीएस नहीं, जिसे देखते ही लोगों में सम्मान भर जाए, बल्कि यह सुनते ही जौनपुरी लोग खिल्ल से हंस पड़ते हैं : अपनी पुत्रवधू से कई महीनों से दुराचार करने वाले नराधम श्वसुर को पुलिस ने जेल भेजा : बाप की करतूतों को जानबूझ कर अनदेखा कर रहा था पति :
कुमार सौवीर
जौनपुर : शिराज-ए-हिन्द, यानी जौनपुर के रहने वाले या जौनपुर के बारे में थोड़ी गहरी जानकारी रखने वालों को इस जिले की रग-रग का अहसास होता है। वे खूब जानते हैं कि शर्की डायनेस्टी और
शिराजे हिंद का क्या अर्थ है, इमरती के अलावा मूली, मक्का और मक्कारी की बहुतायत पर खूब चर्चा करते हैं ऐसे लोग। और खास तौर पर जौनपुर में प्रचलित गोपनीय कूट-भाषा को तो यहां का बच्चा-बच्चा जानता-पहचानता है। मसलन, पीसीएस। आप किसी से भी पीसीएस के बारे में पूछिये, वह खिल्ल से हंस पड़ेगा।
पीसीएस शब्द का उच्चारण कर मंद-मंद मुस्कुरा पड़ने वालों से अगर उनकी यह रहस्यमयी मुस्कान का सबब पूछिये, तो अपने होंठ, भौंहें और माथे पर विभिन्न आकार वाली इशारा जैसी लकीरें तो खींच देंगे, मगर जुबान से कुछ नहीं बोलेंगे। कुछ भी हो, कम से कम इतना तो तय ही है कि यहां प्रचलित इस पीसीएस शब्द का अर्थ जौनपुर को जानने वाले लोगों में वह तो हर्गिज नहीं है, जो प्रशासनिक सरकारी कुर्सी पर बैठे आसीन अधिकारी को लेकर समझा जाता है। फिर भी यहां के लोगों का इस शब्द की प्रतिक्रिया में मंद-मंद मुस्कुराते हुए चेहरे का आशय अपनी बहू पर ससुर की गंदी-कुत्सित निगाह से लगाया जाता है।
कुछ भी हो, अभी हाल ही जौनपुर में एक पीसीएस पकड़ा गया है, जो पुत्रवधू और ससुर के पवित्र रिश्तों को कलंकित कर रहा था। पुलिस ने इस श्वसुर को गहरी पूछतांछ के बाद पकड़ा और अदालत में पेश कर उसे जेल भिजवा दिया है। इस हादस से पूरा शहर सन्न हो गया है। लेकिन हैरत की बात है कि इस घटना की गहरी खबर यहां के किसी भी अखबार ने नहीं छापी है। यहां के पत्रकारों के चरित्र में आये ऐसे बेहद शर्मनाक स्खलन अपने आप में बेहद दुख और शर्मनाक भी है।
घटना के अनुसार पड़ोस के बड़े कस्बे जफराबाद की रहने वाली एक युवती का विवाह जौनपुर कोतवाली क्षेत्र के युवक से हुआ था। कुछ महीने बाद इस युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसके ससुर उसके साथ बेजा हरकतें और छेड़खानी करते हैं। पुलिस ने इस शिकायत पर कार्रवाई शुरू की। छानबीन तथा पूछताछ का दौर प्रारंभ हो गया। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने उस युवती के ससुराल पहुंच कर सभी लोगों को आमने-सामने किया और सवालों की झड़ी लगा दी।
युवती से पूछताछ शुरू करते ही युवती ने अपने आरोपों की पुष्टि करते हुए मान लिया कि उसके ससुर उसके साथ छेड़खानी करते हैं। इस पर पुलिस ने उस ससुर से बातचीत की तो उसने कहा की क्योंकि वह काफी उम्रदराज है इसलिए उनके बदन में दर्द बना रहता है। इसी का समाधान करने के लिए उसने अपनी बहू से अपने बदन में तेल लगाने की गुजारिश की थी। और इसी बीच में शायद उस युवती को कुछ गलतफहमी हो गई। पुलिस ने उस युवती से फिर पूछा तो उसने आखिरकार बता दिया कि तेल लगवाने के बहाने कई महीनों से उनका ससुर उनके साथ नाजायज जिस्मानी रिश्ते कायम कर रहा था। इसकी शिकायत युवती ने शुरुआत में कई बार उसने अपने पति से किया था लेकिन पति ने उस पर कोई भी ऐतराज नहीं किया। इससे ससुर का मन बढ़ गया और उसने बार-बार अपनी हवस का शिकार बनाना शुरु कर दिया।
पुलिस ने इस बारे में सामने बैठे युवती के पति से सवाल किया तो पति ने कुबूल किया कि उसने अपने पति से अपने ससुर की शिकायत की थी, लेकिन वह अपने बाप पर कोई कार्यवाही नहीं करना चाहता था। जाहिर है कि वहां मौजूद सारे लोग इस युवती, उसके ससुर और उसके पति की बातचीत सुनकर बिल्कुल सन्न रह गए। उन्होंने पति और ससुर लानत भेजना शुरू कर दिया। पुलिस ने फिर उस ससुर से उसी युवती के आरोप की पुष्टि के लिए पूछा तो आखिरकार ससुर ने यह कबूल कर ही लिया कि उसने ऐसा कुकर्म किया है और यह भी एक बार नहीं बल्कि बार बार हुआ है। पिछले कई महीनों से उस युवती के साथ उसका ससुर लगातार बलात्कार कर रहा था। और जुबान खोलने पर बुरा अंजाम भुगतने की धमकी भी दे रहा था।
बहरहाल, पुलिस ने इस मामले को सुलझाया और यौन शोषण के आरोप में ससुर को जेल भेज दिया है।
अब जिम्मेदारी तो नागरिकों की है, कि जौनपुर के जिम्मेदार लोग और अग्रगण्य सामाजिक कार्यकर्ता यह तय करें कि जौनपुर पर कलंक बन चुके ऐसे चंद ससुर लोगों की हरकतों का खुलासा किया जाए, उन ससुर लोगों को शारीरिक रूप से नंगा किया जाए।
लेकिन पहला सवाल तो यह स्पष्ट होना ही चाहिए यह पीसीएस शब्द का असली अर्थ क्या जिसका हल्ला जौनपुर के चरित्र को दागदार करता जा रहा है, और क्यों इसका उच्चारण होते हुए लोग खिल्ल से हंस पड़ते हैं।