: बेसिर-पैर की हरकतों के लिए मशहूर हैं खलीलाबाद के भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी : कश्मीर के उड़ी सेक्टर में शहीद हुए गणेश यादव के घर पर की थी नौटंकी : अंगौछा बिछा कर शुरू कर शहीद के परिजनों के सहायतार्थ चंदा मांग रहे थे सांसद :
मेरी बिटिया संवाददाता
संतकबीर नगर : गजब सांसद चुना है खलीलाबाद की जनता ने। पार्टी का नाम है भारतीय जनता पार्टी और सांसद का नाम है शरद त्रिपाठी। लेकिन अपनी बेसिर-पैर की हरकतों के लिए पहले ही चर्चा में रहने वाले सांसद शरद त्रिपाठी जब शहीद गणेश शंकर यादव के घर श्रद्धांजलि देने गए तो वहाँ परिजनों को सांत्वना और मदद देने की बजाय, वो वहाँ अंगोछा बिछाकर लोगों से चंदा इकट्ठा करने में जुट गए। सांसद शरद त्रिपाठी भाजपा संसदीय दल के सचेतक भी हैं।
यह घटना 27 सितम्बर की है। अमर शहीद के परिवार को ही नहीं, वहाँ मौजूद सभी लोगों को सांसद शरद त्रिपाठी की ये हरकत बेहद नागवार और अपमानजनक लगी। शहीद के परिजनों ने उनका विरोध किया और सासंद को जम कर लताड़ लगाई तो सांसद महोदय वहाँ से भाग निकले। शहीद के परिवार वालों ने कहा कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ,चंदे से मदद नहीं चाहिए।
सेना के जाबांज जवान गणेश शंकर यादव जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए थे। शहीद गणेश शंकर का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ संत कबीर नगर पहुँचा तो पूरा जिला शोक में डूब गया। हजारों की तादाद में लोग अपने नायक को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे थे। शहीद हुए गणेश शंकर यादव के गांव मेहदावल क्षेत्र के घूरापाली में जनसैलाब के बीच भी मातम पसरा था। दोपहर 1 बजकर 20 मिनट पर जैसे ही शहीद का पार्थिव जब घूरापाली गांंव पहुंचा, हर आंख में आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। दोपहर 3 बजकर 55 मिनट पर 7 साल के मासूम बेटे आकृत ने अपने शहीद पिता को मुखाग्नि दी।
ऐसी दुख की घड़ी में सांसद शरद त्रिपाठी ने अपने लोगों को चंदा इकट्ठा करने में जुटा दिया। गुस्साए लोगों का कहना था कि देश के महान सपूत ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है, और उसके नाम पर चंदा माँगकर शरद त्रिपाठी ने उसकी शहादत का अपमान किया है। लोगों ने बताया कि मामला बिगड़ता देख सांसद शरद त्रिपाठी मौके से भाग निकले वरना गुस्साए लोग उनकी पिटाई भी कर सकते थे।
लोगों ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से सांसद शरद त्रिपाठी को मुख्य सचेतक पद से हटाने और पार्टी से निकालने की मांग भी की है। सांसद शरद त्रिपाठी उसके बाद से ही मीडिया के सामने नहीं आ रहे हैं।
खलीलाबाद से जुड़ी खबर को पढ़ने के लिए निम्न लिंक पर क्लिक कीजिए:-
अमर शहीद गणेश शंकर यादव के अंतिम संस्कार के मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रतिनिधि के रूप में चिकित्सा राज्य मंत्री राधेश्याम सिंह, मंत्री पप्पू निषाद, कांग्रेस लीडर तलत अजीज के साथ ही डीएम संतकबीर नगर सुरेश कुमार, एसपी शैलेश कुमार पाण्डेय, सीडीओ गोरखपुर मन्नान अख्तर मौजूद थे। शहीद गणेश के गांव घूरापाली पहुंचे डीएम सुरेश कुमार ने परिजनों को सांत्वना देने के साथ मुख्यमंत्री की तरफ से 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने सीएम का संदेश भी दिया और कहा कि प्रशासन दुख की घड़ी में परिवार के साथ है। बच्चों की पढ़ाई के साथ ही अन्य कार्यों के लिए भी प्रशासन हमेशा परिवार के साथ खड़ा रहेगा।
लेकिन इसी बीच क्षेत्रीय भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। त्रिपाठी पर आरोप है कि उन्होंने वहां मौजूद अन्य लोगों से शहीद के परिवार की मदद के लिए चंदा देने की अपील की। उन्होंने बताया कि जब परिवार के लोगों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने चंदा एकत्र करने से पर रोक लगा दिया, और कहा कि वे भिखारी नहीं हैं। शहीद की पत्नी का कहना है कि परिवार के विरोध करने पर सांसद और उनके समर्थक चंदे के पैसों के साथ वहां से भग खड़े हुए।
हालांकि इस पूरे मामले पर त्रिपाठी का कहना था कि उनकी शहीद के परिवार को अपमानित करने की कोई मंशा नहीं थी। वह तो बस उनकी मदद करना चाहते थे।