युवा हिन्‍दू वाहिनी के लोगों का दबाव है, इसलिए पत्रकार को निपटा देगी पुलिस

सैड सांग

: जौनपुर में रिपेयरिंग का 100 रूपये मांगने पर वाहिनी के दर्जनों गुण्‍डों ने दूकानदार पर किया प्राणघातक हमला : भरे बाजार हुई गुण्‍डई में दबोचे गये तीन गुण्‍डों को अब युवा हिन्‍दू वाहिनी के शरीफ कार्यकर्ता साबित कर रही है पुलिस : हादसा सीसीटीवी में दर्ज है, लेकिन कोतवाल बोले कि यह मशीन खराब है :

संवाददाता

जौनपुर : भारी भीड़-भड़क्‍के वाले ओलंदगंज बाजार में बीती दोपहर करीब ढाई दर्जन बदमाशों ने एक दूकानदार को बुरी तरह पीटा। धारदार हथियार से दूकानदार पर बदमाशों ने दूकानदार की कनपटी और सिर पर जानलेवा हमला कर दिया। हल्‍ला मचने पर मौके पर जुटे दूकानदारों और जनता ने जान पर खेल कर तीन बदमाशों को दबोच कर उसे सराय पोख्‍ता पुलिस चौकी के हवाले कर दिया। मामले की रिपोर्ट दर्ज हुई। और बाकी बदमाशों को दबोचने के लिए पुलिस टीमें तैनात कर दी गयी।

लेकिन अचानक पुलिस के सुर बदल गये। पता चला कि पुलिस के बडे अफसरों के पास कुछ फोन आने लगे। कोतवाल ने घायल को थाने पर बुलाया और धमकाते हुए कहा कि यह रिपोर्ट ही फर्जी है। इस मामले को अब जिस तरह मैं कहता हूं, वैसा दर्ज कराओ, वरना अभी तुम सब को जेल में बंद करा दूंगा। सूत्र बताते हैं कि पुलिस का यह बदला हुआ रूख कथित युवा हिन्‍दू वाहिनी के स्‍थानीय नेताओं के फोन आने के बाद से बदल गया।

फिलहाल, शहर कोतवाली क्षेत्र के सरायपोख्ता चौकी से महज दो दुकानों से सटे तीसरे दुकान पर दिनदहाड़े हुई लूटकाण्ड की घटना से व्यापारियों में दहशत का माहौल है। शहर कोतवाल पीड़ित पर तहरीर बदलने का दबाव बना रहे है और बजाय कार्रवाई के उल्टे ही पीड़ित को तहरीर बदलने के नाम पर धमकाने लगे। पहले तो पुलिस मुकदमा ही नहीं दर्ज कर रही थी। उच्चाधिकारियों और यूपी पुलिस को ट्वीट करने के बाद किसी तरह मुकदमा दर्ज किया गया।

गौरतलब हो कि उक्त चौकी के पास गुरूवार को दोपहर बाद लगभग 20—25 की संख्या में आये दबंगों ने दुकानदार पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं दबंगों ने एक सोने की चेन, रिपयेर की गयी मोबाइल को भी साथ लेकर भाग गये। यह दूकान तेजस टुडे समाचार पत्र के संवाददाता कमलेश निषाद की है। घटना के समय कमलेश का भाई दूकान पर बैठा था। घटना में दुकानदार शैलेश कुमार निषाद सनी को गंभीर चोट आयी है। पीड़ित ने बताया कि गुरूवार की दोपहर एक ग्राहक एक मोबाइल बनवाने के लिए दुकान पर आया था। उसकी मोबाइल लेकर उसे कुछ समय बाद बुलाया गया। कुछ समय बाद जब वह मोबाइल लेने आया और उसमें 100 रूपये रिपयेरिंग चार्ज की मांग की तो वह 50 रूपये देने की बात कहने लगा। फिर बहस करने के बाद कहा कि अब तो एक भी रूपया नहीं दूंगा। फिर यह कहकर चला गया कि अभी इसको रखो 25 मिनट बाद आकर ले जाता हूं। कुछ समय बाद वह 20—25 की संख्या में आया और सीधे दुकानदार पर हमलावर हो गया। दुकानदार शैलेश को गंभीर चोटें आयी।

घटना में शोरगुल सुन कर आसपास के लोग भी वहीं जुट गये, तो बदमाश मौके से भागने लगे। लेकिन आसपास के लोगों ने उन भागते लोगों में से तीन को दौड़ा कर दबोच लिया। पकड़े गये हमलावरों में में किशन सिंह पुत्र राजीव विक्रम सिंह, अश्वनी प्रताप सिंह पुत्र जयप्रकाश, गौरव सिंह पुत्र मनमोहन सिंह शामिल है। सरायपोख्ता चौकी पर तीनों को ले जाया गया तो पुलिस सभी को कोतवाली ले गयी। वहां पर पीड़ित ने घटना की आपबीती बतायी और तहरीर दिया। तहरीर लेने के बाद शहर कोतवाल मुकदमा दर्ज करने में आना कानी करने लगे ​फिर घंटों पंचायत चली।

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हर सू जौनपुर

इसके बाद शहर कोतवाल को हिन्दू युवा वाहिनी और भाजपा के नेताओं का फोन आने लगा। थक हारकर गुरूवार की रात में आजिज आकर पीड़ित और उसके भाई घर वापस आ गये। इसके बाद न्याय की आस को लेकर ट्वीटर का सहारा लिया गया और यूपी पुलिस समेत उच्चाधिकारियों को ट्वीट कर आपबीती बतायी गयी। इसके बाद सक्रिय हुई जौनपुर पुलिस ने शुक्रवार की सुबह किसी तरह तीन नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ 392, 323, 504, 147, 506 का मुकदमा दर्ज कर लिया।

सुबह दुकान पर पहुंचकर कुछ सिपाही दुकानदार को यह कहकर बुला ले गये चलो कोतवाल साहब बुला रहे है। जब दुकानदार और उसके भाई वहां पहुंचे तो कोतवाल फिर से उन पर तहरीर बदलने का दबाव बनाने लगे। कोतवाल बोले कि पुलिस को खूब पता है कि असल में घटना क्या हुई है। अब तुम्‍हारी खैरियत यह है कि तुम तहरीर सही से बनाकर दो और जो हम कह रहे है उसे लिखो। इसके बाद कोतवाल पीड़ित को ही धमकाने लगे और यह कहने लगे कि विपक्षी से तुम लोगों के ऊपर क्रास केस करवाउंगा, तुम लोग कुछ भी कर लो विवेचना हमें ही करनी है।

जब पीड़ित के भाई ने ओलंदगंज चौराहे पर और दुकान के ठीक सामने लगे सीसीटीवी का हवाला दिया तो उन्होंने तपाक से कह दिया कि वह तो खराब है। फिर उसके भाई को ही मारने की बात कहने लगे कहा कि तुम ज्यादा जबान लड़ाओगे तो तुम्हे भी अभी थप्पड़ मारेंगे। फिलहाल पुलिस की गुंडई और सत्ता पक्ष के दबाव से पीड़ित और उसका परिवार मानसिक दबाव में है।

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