आईएएस निरर्थक, हम उसके बिना भी सरकार चला लेंगे

बिटिया खबर

दुर्गा नागपाल विवाद पर सपा भड़की, कांग्रेस हर्गिज दखल न करे

: अखिलेश यादव ने साफ कहा कि समाज में विद्वेष फैलाने की हरकत होंगी नाकाबिले-बर्दाश्त : रामगोपाल ने कहा कि जितने भी आईएएस वापस लेना चाहें, कोई फर्क नहीं पड़ेगा :

नई दिल्ली : अपनी ईमानदारी के चलते पूरे देश में चर्चित हो चुकी दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन मसले पर केंद्र के हस्तक्षेप पर समाजवादी पार्टी के तेवर कड़े हो गये हैं। समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव ने केंद्र को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर केंद्र ने इस मसले में दखल दिया तो आईएएस अफसरों के बिना ही यूपी चलाएंगे। उधर इस मामले पर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार के हस्तक्षेप पर जवाब दिल्ली तक पहुंचा दिया है। लेकिन इस घटनाक्रम में इतना तो स्पष्ट हो ही गया है कि केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच अब खासी ठन हो गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसी प्रकरण पर साफ बयान दे दिया है कि दुर्गा पूरी तरह दोषी थी और समाज में विद्वेष फैलाने वाली किसी भी हरकत को सहन नहीं किया जाएगा।

दरअसल, रामगोपाल यादव की यह तीखी प्रतिक्रिया केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री वी. नारायणसामी के उस बयान पर आई जिसमें उन्होंने कहा था कि आईएएस दुर्गा के निलंबन पर अब तक केंद्र ने यूपी सरकार को तीन चिट्ठियां लिखी हैं। लेकिन इसपर जवाब नहीं आया है. रिपोर्ट मिलने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।

इस बयान पर रामगोपाल यादव ने नाराजगी जताते हुए कहा कि केंद्र इस मामले में दखलअंदाजी न करे. अगर वे चाहें तो सभी IAS अफसरों को वापस बुला सकते हैं. हम IAS अधिकारियों के बिना भी यूपी चला सकते हैं. हमला बोलने के बाद सपा सांसद कांग्रेस को नसीहत देने से भी नहीं चूके. उन्होंने कहा, ‘यह प्रशासनिक मामला है इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.’

इस बीच खबर है कि आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन मामले की रिपोर्ट यूपी सरकार ने केंद्र को सौंप दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दुर्गा शक्ति नागपाल ने सरकारी जमीन में अवैध निर्माण को गिराने के लिए नियमों का पालन नहीं किया. उन्होंने धार्मिक सौहार्द्र को ताक पर रखते हुए मस्जिद की दीवार गिरा दी. इसके बाद क्षेत्र में माहौल बिगड़ गया था.

यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक हिंदी अखबार को दिए इंटरव्यू में राज्य सरकार के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि राज्य के अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए, अगर वे गलत करेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि दुर्गा शक्ति नागपाल ने धार्मिक माहौल बिगाड़ा था। अपने फैसले से बेवजह तनाव पैदा किया। उनके खिलाफ बिल्कुल सही कार्रवाई हुई है। धार्मिक माहौल बिगाड़ने के मुद्दे पर अन्य अधिकारियों पर कार्रवाई ना करने की बात से मैं सहमत नहीं हूं। सभी दंगे अधिकारियों की लापरवाही के कारण नहीं होते हैं. जब उनकी गलती है तो राज्य सरकार कार्रवाई करती है।

गौरतलब है कि दुर्गा शक्ति नागपाल 2009 बैच की आईएएस अफसर हैं. वे नोएडा में एसडीएम के तौर पर पदस्थ थीं. उन्हें 27 जुलाई को राज्य सरकार ने अवैध रूप से बन रही एक मस्जिद की दीवार को तोडने का आदेश देने के कारण निलंबित कर दिया था.

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