: बलरामपुर जैसे जिले जपानी इंसेफलाइटिस के मारक हमला-क्षेत्र हैं : अब तक दसियों हजार नागरिकों को मौत के घाट उतार चुकी है जपानी इंसेफलाइटिस : और अब डेंगू के मच्छरों ने भी बलरामपुर के घरों की कुण्डियां खटखटाना शुरू कर दिया :
उमेश तिवारी
बलरामपुर : दिल्ली और दिल्ली समेत देश के अधिकांश इलाकों में मौत के खूंखार पंजों ने अब पूर्वांचल पर भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। जनपद मुख्यालय के खालवा मोहल्ले में डेंगू से युवक की मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। आपको बता दें कि यह इलाका करीब दो दशकों से जपानी इंसेफलाइटिस की जानलेवा पनाहगाह बना हुआ था। इस हादसे ने इस पूरे इलाके को बुरी तरह सहमा दिया है।
जनपद बलरामपुर के सर्वोच्च शिक्षण संस्था मॉडर्न इण्टर कॉलेज के वरिष्ट शिक्षक श्री सीडी मिश्रा जी के छोटे पुत्र दुष्यंत मिश्र की आज डेँगू के कारण दुखद मृत्यु लखनऊ के राम मनोहर लोहिया में हो गयी। युवक की उम्र मात्र 32 वर्ष थी जो एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करके अपने एक पुत्र व पुत्री तथा पत्नी के साथ रह रहा था। बड़ा पुत्र शांति भूषण जो शिक्षामित्र था विगत 2 माह पहले से ही जापानी इंसेफेलाइटिस से ग्रसित कोमा में जिंदगी और मौत से लड़ रहा है। आर्थिक तंगी में जी रहे सीडी मिश्र पहले से ही बड़े बेटे के इलाज में काफी परेशान हैं। अब इस नयी मुसीबत ने उन्हें झकझोर दिया है। जनपद के कई वरिष्ट नेता व समाजसेवी पंहुचे अंत्येष्ठि में। स्थानीय रानी तालाब पर हुआ क्रियाकर्म।
आपको बता दें कि यूपी का पूर्वांचल क्षेत्र पिछले लम्बे समय से दुनिया की सबसे बडी भयावह महामारी जपानी इंसेफ्लाइटिस के मारक पंजों में बिलख रहा है। पिछले दो दशकों के दौरान इस बीमारी ने दसियों हजार नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया है। लेकिन इससे निपटने के लिए कोई भी ठोस कदम अब तक सरकार ने नहीं उठाया।
और अब डेंगू का मच्छर भी यहां के दरवाजों पर कुण्डी खटखटाने लगा है।