14 साल की बच्‍ची पर यह कहर? तुम पर थूु है अखिलेश सरकार

सैड सांग

: जब हाईवे पर यह बद-हालत कर दी है यूपी सरकार ने तो गलियों-पगडंडियों पर क्‍या होता होगा : यह सड़क शेरशाह सूरी ने बनवायी थी आम आदमी के लिए, अब अपराधी उछलते हैं : पुलिस का दावा कि अब तीन दुष्‍कर्मियों की पहचान हो गयी :

कुमार सौवीर

लखनऊ : बात-बात पर विकास को लेकर डींगे मारने वाली समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार पर इससे बड़ा तमाचा और क्‍या हो सकता है, कि देश के सबसे पुराने राष्‍ट्रीय राजमार्ग से गुजरती एक कार पर सवार एक परिवार को बदमाशों ने अगवा किया और उसमें बैठी दो महिलाओं को साढ़े तीन घंटों तक बलात्‍कार किया। इसमें एक बच्‍ची की उम्र महज 14 साल है। यह हादसा अखिलेश सरकार के चेहरे पर एक जबर्दस्‍त तमाचा के तौर पर है।

शुक्रवार की रात नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे परिवार को दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोककर 5 आदमियों के समूह ने पहले लूटपाट की और फिर मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने कार में बैठी महिलाओं और पुरुषों को हाई-वे से कुछ दूर खेत में ले जाकर बंधक बना लिया। इसके बाद इन लोगों ने नकदी समेत जेवर लूट लिए. बाद में मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार को भी अंजाम दिया गया।

हालांकि अभी पता चला है कि यूपी के बुलंदशहर के करीब एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार मामले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उनमें से तीन आरोपियों की पहचान पीड़ितों द्वारा की जा चुकी है. इनमें से एक आरोपी फरीदाबाद, एक बुलंदशहर और एक बठिंडा का रहने वाला है।

आपको बता दें कि शुक्रवार-शनिवार की रात यह परिवार नोएडा से यूपी के शाहजहांपुर जा रहा था। बुलंदशहर में घुसते ही, उनकी कार पर किसी ने कोई भारी चीज फेंकी। जोरदार की आवाज सुन कर ड्राइवर ने कार रोकी तो अचानक कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया। बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अफसर ने बताया कि आरोपियों ने परिवार के मर्दों को रस्सी से बांध दिया और महिला और उसकी बेटी के साथ बलात्कार किया।

अगली सुबह परिवार का एक सदस्य रस्सी खोलने में सफल रहा और फिर उसने  मामले की रिपोर्ट पुलिस थाने में की. गौरतलब है कि यह हाईवे दिल्ली और कानपुर को जोड़ता है. घटनास्थल से महज़ 100 मीटर की दूरी पर एक पुलिस पोस्ट भी है। इस मामले में 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमों को तैनात किया गया है. मामले में कोतवाली देहात थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही एक वरिष्ठ अधिकारी का तबादला भी कर दिया गया है.

इसके पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस वारदात को बेहद गम्भीरता से लेते हुए पुलिस को अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए 24 घंटे की मोहलत दी थी।उन्‍होंने जावीद अहमद को मामले का तत्काल खुलासा करके दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने तथा मामले से सम्बन्धित थानाध्यक्षों और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने के भी सख्त निर्देश दिए थे।

यूपी बीजेपी प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने कहा, अगर मीडि‍या ने इस घटना को न उजागर किया होता तो यह घटना भी सरकार छिपा चुकी होती। आरोपियों की जल्‍द गिरफ्तारी होनी चाहिए।

कांग्रेस नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा घटना बहुत शॉकिंग है। यूपी सरकार जहां अपने प्रचारों में महिला सुरक्षा की बात करती है, यह घटना उसकी पोल खोल रही है। जोशी ने ये भी कहा, इस सरकार में न तो अपराधी डरते हैं न ही पुलिस कोई उन पर कार्रवाई कर पाती है। यहां थाने तो गुंडे चला रहे हैं। सरकार पूरी तरह से फेल हैं। अपराधियों को पकड़कर उन पर अब तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए।

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने घटना को अमानवीय बताया है। उन्होंने कहा कि यूपी में जंगलराज है।

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