पूर्व डीजीपी ब्रजलाल का गुर्दा-प्रत्‍यारोपित, खामोशी से इलाज कराया

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: गुर्दा की गम्‍भीर बीमारी से जूझ रहे थे 65 वर्षीय ब्रजलाल : बसपा सरकार में पुलिस महानिदेशक बनाया गया था ब्रजलाल को, सपा सरकार ने उनकी छीछालेदर कर दी : पुलिस महकमे में अदम्‍य साहस का प्रतीक समझे जाता है यह टोपी-क्रेट :

कुमार सौवीर

लखनऊ : हैरत की बात है। पुलिस महकमे का मुखिया रह चुका एक साहसी बड़ा दारोगा पर आफतों का अम्‍बार लगा रहा, लेकिन उसने उफ् तक नहीं की। बिना किसी को बताये, बिना किसी शोरगुल के, बिना किसी चर्चा-विमर्श के इस पूर्व टोपी-क्रेट ने अपना दर्द अपने दांतों-होंठों में ही भींचे रखा। करीब चार महीनों तक किसी को भनक तक नहीं लगने दी कि वह बीमार भी है। बीमारी भी ऐसी कि जानलेवा थी। बहरहाल अब मामला खत्‍म हो चुका है।

यहां बात हो रही है प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक रह चुके ब्रजलाल की। ब्रजलाल इस वक्‍त गाजियाबाद में हैं, जहां गुर्दा प्रत्‍यारोपण के बाद उन्‍हें पूर्व विश्राम की सलाह दी गयी है। सुबह और शाम को अपने घर के सामने बने पार्क में हल्‍की चहलकदमी करने के अलावा ब्रजलाल की दिनचर्या केवल विश्राम करने की ही होती है। फिलहाल तो डॉक्‍टरों ने उनकी हालत बिलकुल दुरूस्‍त बतायी है, लेकिन परहेज की सलाह सख्‍ती से अमल में लाने की हिदायत भी दी है।

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ब्रजलाल, एक साहसी बड़ा दारोगा

सूत्रों के अनुसार ब्रजलाल पिछले कई बरसों से रक्‍तचाप से पीडि़त चल रहे थे। हाल ही उनकी दिक्‍कत बढ़ने पर उन्‍हें दिल्‍ली ले जाया गया, जहां डॉक्‍टरों ने बताया कि उन्‍हें गुर्दा की बीमारी है। बीमारी ही नहीं, पता तो यहां तक चला कि ब्रजलाल के गुर्दे हमेशा-हमेशा के लिए खत्‍म हो चुके हैं। दिक्‍कत की गम्‍भीरता जांचने के बाद उन्‍हें डायलिसिस पर ले जाया गया।

उनकी छोटी बेटी और डॉक्‍टर दामाद ने इस बारे में किसी को भी खबर देने की जरूरत नहीं समझी। डॉक्‍टरों की सलाह लेने के बाद छोटी बेटी ने तय किया कि वह अपने पिता को गुर्दा देगी। फैसला होते ही डॉक्‍टरों ने ब्रजलाल को अस्‍पताल में भर्ती कर औपचारिकताएं पूरी कीं और तत्‍काल उनका गुर्दा-प्रत्‍यारोपण कर दिया। यह आपरेशन पूरी तरह सफल रहा। लेकिन ऑपरेशन के बाद ब्रजलाल को तीन महीनों तक दिल्‍ली में रह कर अपना चेकअप नियमित रूप से कराने की सलाह दी।

सूत्र बताते हैं कि ब्रजलाल अब स्‍वस्‍थ हैं, हालांकि कमजोरी जरूर बनी हुई है। उम्‍मीद जतायी है कि वे अगले महीने तक लखनऊ लौटेंगे।

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