बधाई हो, पकड़ा गया पत्रकारिता का दुर्दांत अपराधी, दामन में थे अनेकों दाग

मेरा कोना

: इस दलाल पत्रकार का नाम है कुमार सौवीर, फर्जी आधार पर कर रहा है पत्रकारिता की अपनी काली-दूकान : खलीलाबाद के पत्रकार ने किया है खुलासा, सहारा से लात मार कर निकाला जा चुका है यह पत्रकार : इस पत्रकार ने शुरू कर दी कुमार सौवीर के खिलाफ श्रंखलाबद्ध जेहाद की शुरूआत :

मेरी बिटिया डॉट कॉम संवाददाता

लखनऊ : आज की ताजा खबर यह है कि खुद को अपना बहुत बड़ा पत्रकार के तौर पर प्रचारित कर रहे एक पत्रकार दरअसल दलाल पत्रकार है। यह खुलासा आज एक खलीलाबाद के एक पत्रकार ने किया है। खलीलाबाद के इस पत्रकार ने लखनऊ के इस रंगा सियार के तौर पर जिस पत्रकार को चिन्हित किया है, उस पत्रकार का नाम है कुमार सौवीर। खलीलाबाद के इस पत्रकार ने अपने वाट्सऐप समूह पर इस बारे में एक सूचना छाप दी है, मगर यह खुलासा नहीं किया है कि आखिर कुमार सौवीर के खिलाफ उसके पास क्‍या-क्‍या पुख्‍ता प्रमाण हैं। लेकिन यह ऐलान जरूर कर दिया है कि कुमार सौवीर की करतूतों का खुलासा कमिंग-सून है। यानी जल्‍द ही इस पत्रकार को सरेआम नंगा करने का अभियान छेड़ दिया जाएगा।

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जुझारू-पत्रकार

आपको बता दें कि अजय श्रीवास्‍तव जी-हिन्‍दुस्‍तान नामक एक चैनल का स्ट्रिंगर है, उसने एक डॉटकॉम के तौर पर सत्‍यमेव जयते नामक एक पोर्टल भी चलाना शुरू किया है, साथ ही वह इसी नाम से वाट्सऐप संचालित करता है। हालांकि इस पोर्टल और वाट्सऐप के चरित्र-दुष्‍चरित्र कार्रवाइयों को लेकर गम्‍भीर चर्चाएं चल रही हैं। लेकिन फिलहाल यह ताजा घटना उस पोर्टल या समूह को लेकर चर्चा करने का समय नहीं है।

तो खबर यह है कि अभी रात करीब ग्‍यारह बजे खलीलाबाद के इस पत्रकार अजय श्रीवास्‍तव ने कुमार सौवीर के बारे में यह सूचना प्रसारित की है। लेकिन अजय श्रीवास्‍तव पोस्ट पर यह नहीं बताया है किस प्रकार का धंधा कुमार सौवीर नामक यह पत्रकार अपने किस पोर्टल के नाम पर चलता है। लेकिन मेरी बिटिया डॉट कॉम संवाददाता की सूचना के अनुसार कुमार सौवीर नामक यह पत्रकार मेरी बिटिया डॉट कॉम नामक एक प्रमुख न्‍यूज पोर्टल का संस्थापक पत्रकार है और इस पोर्टल का प्रधान संपादक भी है।

खलीलाबाद के पत्रकार अजय श्रीवास्तव नामक एक पत्रकार ने जो भी फ़्लैश किया है, वह हम आपको जस का तस पेश कर रहे हैं:-

” रंगा सियार है कुमार सौवीर ….दामन में है उसके अनेकों दाग, पहले सहारा से दुत्कारा गया फिर महुआ TV में बेइज्जत कर दिखाया बाहर का रास्ता। फर्जी मान्यता के आधार पर जमा है सरकारी आवास पर कब्जा। खुद को ईमानदार कहकर होटल के नाम पर धन उगाही करने वाले कथित मन मान्यता प्राप्त कुमार सौवीर की पूरी कहानी हमारी जुबानी। कमिंग सून । प्रस्तुति अजय श्रीवास्तव “

बस्ती के एक पत्रकार सतीश श्रीवास्तव ने अजय श्रीवास्‍तव की उस पोस्‍ट को फ्लैश किया है। आपको बता दें कि सतीश श्रीवास्तव बस्ती में इंडिया न्यूज़ चैनल में स्ट्रिंगर हैं।   और कई हम समाचार पत्रों में संस्थानों में भी लिखते हैं। सतीश श्रीवास्तव ने अजय श्रीवास्तव की उस पोस्ट को फॉरवर्ड करते हुए पूछा है:- यह क्या है भैया। उसके बाद फिर कहां है की यह क्या है महाराज।

इस पोस्‍ट को फॉरवर्ड करते हुए बस्ती चेतना के देवेंद्र पांडे ने भी लिखा है कि क्या खबर बस्ती हाईवे ग्रुप में छपी है। इतना ही नहीं कि नहीं 9415920015 नम्‍बर से किसी जीएसटी रिपोर्टर ने उस खबर को फॉरवर्ड करते हुए लिखा है कि:- नहले पर दहला। यानी केजरीवाल बनाम कपिल मिश्रा।

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पत्रकार पत्रकारिता

आपको बता दें कि खलीलाबाद के पत्रकार अजय श्रीवास्तव अभी तक कुमार सौवीर को अपना गुरुदेव मानते और पूजते रहे हैं। लेकिन हाल ही कुमार सौवीर ने जब अजय श्रीवास्तव की दलाली और करतूतों के साथ ही साथ अपने पत्रकार साथियों के पीछ पर खंजर घोंपने का काम करने वाली घिनौनी-शर्मनाक हरकतों का खुलासा करना शुरू कर दिया तो अजय श्रीवास्तव ने आज अचानक हमलावर तेवर अपना लिया।

सच तो बात यह है कि अजय श्रीवास्तव ने अपनी इस हरकत के तौर-तरीकों के हिसाब से और उसी शैली को अपनाते हुए ब्लैकमेलिंग की ही पगडंडी पकड़ी है। उसने यह लिख कर कमिंग सून चस्‍पां कर अपनी दलाली को जगजाहिर कर दिया है।

दोस्‍तों। समस्या यह नहीं है कि तुमने कुमार सौवीर पर कोई खबर लिखी है। समस्‍या यह है कि अगर तुमने लिखा है तो फिर पूरे प्रमाण के साथ उसे क्‍यों नहीं पेश करने की हिम्‍मत जुटा पाये हो।आप अगर किस पर किसी पर या किसी के खिलाफ लिखना चाहते हैं तो वह उसे कमिंग सून अंदाज में कैसे पेश कर सकते हैं।

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संतकबीर नगर

मेरे दोस्तों। अरे सीना ठोक करके लिखो न, कि तुम पत्रकार हो भड़वे नहीं। जो भी लिखना है सीना ठोक करके लिखो, सत्य के साथ लिखो। बिना किसी दबाव के लिखो, पूरे प्रमाण के साथ लिखो, सही से लिखो। फिर तो जमाना खुद ही फैसले ले लेगा कि असल दलाल कौन है। कुमार सौवीर या फिर तुम यानी अजय श्रीवास्‍तव।

जय हिंद

(क्रमश:)

जी हां, यह किस्‍सा खलीलाबाद का है, जहां दलाल पत्रकारों ने अपने ही उस साथी को जेल भेजने की साजिशों का तानाबाना बुना, और फिर उनके खिलाफ दुष्‍प्रचार का अभियान भी छेड़ दिया। उमेश भट्ट नाम का यह पत्रकार ऐसे ही साजिशों के चलते इस वक्‍त संतकबीर नगर के जिला कारागार में बंद है। लेकिन उसे जेल भेजने पर उसके ही पत्रकारों ने जम कर अभियान छेड़ा और मिठाइयां भी खायीं-बांटीं।

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