: एक प्रतिष्ठित ऊद्यमी और वरिष्ठ बसपा नेता के पुत्र को मरा हुआ साबित कर दिया हिन्दुस्तान अखबार ने : छाप दी बनारस के मृतक तारिक़ की जगह लखनऊ के ज़िंदा तारिक़ हाश्मी की तस्वीर : आखिर कब तक पत्रकारिता को बर्बाद करता रहेगा यह विचित्र-वर्द्धक यंत्र विज्ञापनपत्र के नाम पर मशहूर हिन्दुस्तान अखबार :
सैयद आसिफ रजा
लखनऊ : धन्य हो ऐसी पत्रकारिता। अपनी गैरजिम्मेदारी का प्रतीक बन चुके हिन्दुस्तान अख़बार ने आज एक ऐसी खबरऔर उसकी फोटो छाप दी है कि लखनऊ से बनारस तक हंगामा खड़ा हो गया। एक प्रतिष्ठित उद्यमी और बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता के पुत्र की फोटो एक कुख्यात शूटर के तौर पर पेश कर दिया इस विचित्र-वर्द्धक यंत्र विज्ञापनपत्र अखबार ने। समझ में नहीं आता कि भांग-गांजे की पिनक में आखिर कब तक पाठकों और पत्रकारिता की छवि के साथ मजाक चलता रहेगा।
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कल शाम लखनऊ के गोमती नगर में बनारस के रहने वाले एक ठेकेदार तारिक़ की अज्ञात बदमाशों ने हत्या कर दी । खबर है कि हिंदी के एक बड़े अख़बार “हिन्दुस्तान” ने और एक प्रादेशिक खबरिया चैनल ने इस घटना की खबर के साथ जिस तारिक़ की फोटो लगाई उसका इस घटना से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं है। दरअसल, वो बनारस के नहीं, बल्कि लखनऊ के एक प्रतिष्ठित परिवार के हैं । तारिक़ के पिता गयासुद्दीन हाशमी साहब बसपा के बड़े नेता थे । जाहिर है कि इस खबर के छप जाने से इस युवक के राजनीतिक व राजनीतिक हलके में हंगामा खड़ा हो गया है।
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आज तारिक़ की फोटो अख़बार में छपी देख कर उनके दोस्तों और रिश्तेदारों में कोहराम मच गया ।कुछ ने तो तारिक़ के घर वालों को फोन कर फोन पे रोना शुरू कर दिया तो काफी संख्या में लोग तारिक़ के घर भी पहुंच गए ।मगर वहाँ तारिक़ को सही सलामत देख चौंक गए फिर राहत की सांस ली ।तारिक़ और उनके परिवार वाले भी अचानक भारी संख्या में एक साथ घर पहुंचने वाले दोस्तों, शुभ चिंतकों ,और रिश्तेदारों के देख कर परेशान हो गए ।बाद में पूरा माजरा समझ में आया कि ऐसा एक अख़बार में छपी गलत फोटो की वजह से हुआ है।
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