वो तो साक्षात एक्टिवा-सवार दुर्गा थी, सपाई-गुंडों पर गुम्‍मे और तमाचे बरसाये

बिटिया खबर

: कानपुर की युवतियां कायर होती हैं, जबकि आगरा की बिलकुल रणचण्‍डी : कानपुर के बर्रा में सायरन बजाते स्‍कार्पियो ने पान खाकर राहगीरों पर थूका, सब खामोश रहे : आगरा के कालिंदी विहार में सपा-झंडा लगाये शोहदों को युवतियों ने कूट दिया :

कुमार सौवीर

लखनऊ : उस वक्‍त मैं कानपुर के बर्रा इलाके में कानपुर-दिल्‍ली फ्लाईओवर के नीचे वाली सड़क पर था। खासा भीड़-भड़क्‍का था सड़क पर। वक्‍त था शाम के धुंधलके का। अचानक पुलिस सायरन बजाती एक स्‍कार्पियो गुजरी। चौराहे पर खड़े पुलिसवाले ने सल्‍यूट किया और उसकी लाइन क्‍लीयर करने का संकेत दिया। कॉंव कॉव करती यह इकलौती गाड़ी पुकांय-पुकांय की आवाज निकालते हुए आगे निकलने लगी। कार पर समाजवादी पार्टी का झण्‍डा फहरा रहा था। ड्राइवर के बगल वाली सीट पर साड़ी पहने कोई महिला बैठी थी। इसी बीच कार की खिड़की से एक व्‍यक्ति ने झांका और इसके पहले कि सड़क पर खड़ी भीड़ कुछ समझ पाती, उस व्‍यक्ति ने अपना मुंह खोला और पान-दोहरे का पूरा लुआब उगल दिया। जाहिर है कि यह थूक सड़क पर खड़े लोगों पर भी पड़ा, लेकिन वहां मौजूद कुछ युवतियों पर शायद सबसे ज्‍यादा निशान पड़ गये। हड़बड़ायी युवतियों में से एक युवती स्‍कूटी पर थी। वह इस आतंक से हिल गयी और हड़बड़ा कर स्‍कूटी समेत नीचे गिर गयी।

लेकिन वह स्‍कार्पियो पर सवार लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ा। वह आगे की ओर फर्राटा भरती चली गयी। फर्क तो सड़क पर युवतियों के आसपास खड़े लोगों पर भी नहीं पड़ा। वे अपनी-अपनी राह पकड़ कर चले गये। लेकिन इस पूरे दौरान करीब तीन कारें विभिन्‍न दिशाओं से ऐसी निकलीं जो सायरन बजाती निकलीं और उन पर सपा का झण्‍डा फहरा रहा था।

लेकिन आगरा में यह नहीं हो पाता है। वहां कालिंदी विहार में जो कुछ भी हुआ, वह बाकी प्रदेश के नागरिकों के लिए आदर्श और बाकायदा एक नजीर बन सकता है। यह घटना है ठीक दो बरस पहले की, जब मैं अपनी मुंहबोली बिटिया-बहन अनीता सिकरवार की शादी में शामिल होने के लिए अपनी कार से आगरा होते हुए भिण्‍ड जा रहा था। साथ अच्‍छा बीते इसके लिए मैंने अपने एक मित्र ओपी सिंह को भी निमंत्रित कर दिया। हम दोनों लोग मस्‍ती में रफ्तार और माहौल का मजा लेते रहे आगे बढ़ते जा रहे थे।

तो किस्‍सा सुनिये आगरा का। उस दिन रविवार था। कि अचानक अनहोनी जैसा हो गया। यहां के सौ फुटा मार्ग पर एक स्‍कार्पियो सवार लोगों को दो युवतियों ने जमकर मजा चखाया। हुआ यह कि समाजवादी पार्टी का झण्‍डा फहराते और सायरन बजाते स्‍कार्पियो पर बैठे कुछ लोगों ने सड़क पर एक्टिवा सवार दो युवतियों पर अश्‍लील फिकरे कर दिये। इतना ही नहीं, अगली सीट पर बैठे एक व्‍यक्ति ने अभद्रता की सीमा पार कर दी, तो एक्टिवा सवार युवतियों के सब्र का बांध टूट गया। उन्‍होंने लपक कर उस कार का पीछा किया और अगले जिस शाहदरा चुंगी वाले चौराहे पर यह कार रूकी, एक्टिवासवार युवतियों ने अपनी गाड़ी कार के सामने लगा दिया।

इतना ही नहीं, गुस्‍से में बिफरी इन युवतियों ने सड़क के किनारे पड़े दो-चार ईंट-गुम्‍मे उठाये और तड़ातड़ इस कार के शीशे को बिखरा दिया। बिलकुल दुर्गा की तरह तान चुकी इन युवतियों ने कार सवार लोगों का कॉलर पकड़कर उन्‍हें सड़क पर खींचा और उनके चेहरे पर तड़ातड़ तमाचे रसीद कर दिये। खबर है कि युवतियों के इस हमले से कार पर सवार लोग उतर कर भागे। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची। लेकिन आखिरकार पुलिसवालों ने मामला रफा-दफा कराने की अपनी चिरपरिचित भूमिका निभानी शुरू कर दी।

मैं तो इस खबर से बेहद प्रसन्‍न हूं। काश हमारी बेटियां हर जिले-शहर-गांव-चौराहे पर दुर्गा का नाम ही नहीं लिखतीं, बल्कि दुर्गा का चरित्र भी साकार कर देतीं तो यूपी का चेहरा बदल जाता।

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