: पूर्व सिंचाई मंत्री ओमप्रकाश सिंह के खानदान ने घर-बदर कर दिया एक बड़े परिवार की महिलाओं को : पीजीआई के पहले 18 एकड में फैला हुआ है आठ मंजिला विशाल सरदार पटेल डेंटल कालेज : चौधरी-परिवार की महिलाओं को बर्खास्त कर अपने घर की महिलाओं को गृह-प्रवेश करा लिया ओमप्रकाश सिंह और उसके बेटे अनुराग सिंह ने : सरदार पटेल डेंटल कालेज को चबा डाला बड़े भाजपा नेता ने (दो) :
कुमार सौवीर
लखनऊ : खैर, दरअसल लखनऊ से इलाहाबाद रोड पर पीजीआई से पहले बायीं ओर एक विशाल परिसर है। 18 एकड़ वाले इस परिसर में आठ मंजिली एक नहीं, पांच इमारते हैं। यह परिसर 96 में मुम्बई के एक बडे बिल्डिंग प्रमोटर ओपी चौधरी ने बनाया था। मूलत: रायबरेली के रहने वाले ओपी चौधरी ने यहां सरदार पटेल डेंटल कालेज बनाया था।
इस शिक्षण संस्थान के संचालन के लिए चौधरी ने सात सदस्यों की एक समिति बनायी। चौधरी इसके अध्यक्ष थे और उनकी पत्नी रामदुलारी चौधरी, बड़ी बेटी सुधा कटियार और छोटी बेटी डॉक्टर सरिता चौधरी उसमें आजीवन पदाधिकारी और सदस्य के तौर पर थे। बाकी लोगों में स्नेहलता सिंह, अनुराग सिंह और अमिता रानी सिंह को सदस्य के तौर पर नामित किया गया था। चूंकि ओपी चौधरी के व्यवसाय में भागीदार और घनिष्ट मित्र थे लोकनाथ सिंह, इसलिए चौधरी ने लोकनाथ की बेटी स्नेहलता और अमिता रानी तथा स्नेहलता के पति अनुराग को इस समिति में सदस्य बनाया था। अनुराग सिंह के पिता का नाम है पूर्व सिंचाई मंत्री ओमप्रकाश सिंह, जो लोकनाथ सिंह के समधी थे।
सन-2010 में ओपी चौधरी को गुर्दे की गम्भीर बीमारी हुई और उसके बाद उन्हें पीजीआई में भर्ती कराया गया। उनका गुर्दा फेल हो चुका था, वे पीजीआई में डायलिसिस पर आये। इस पूरे दौरान कई बार पीजीआई में ही चौधरी के आपरेशन हुए। लेकिन डॉक्टरों के अथक प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सकता और अचानक 27 जनवरी-11 को चौधरी की मौत हो गयी। बस यहीं से धोखाधड़ी का खेल शुरू हो गया।
अदालत में दर्ज कागजातों से साफ है कि जब चौधरी अपनी बीमारी के चलते पीजीआई में भर्ती थे, अनुराग सिंह और स्नेहलता सिंह ने कार्यकारिणी समिति में जमकर गोलमाल किया। सबसे पहले तो चौधरी की पत्नी रामदुलारी को समिति से निकाल बाहर कर दिया गया। उसके बाद चौधरी की दोनों बेटियों सुधा और सरिता को पहले पदों से हटाया फिर उन्हें कार्यकारिणी समिति से भी बर्खास्त कर दिया। इसके बाद अनुराग ऐण्ड कम्पनी ने रामदुलारी, सुधा और सरिता के स्थान पर अपने लोगों को भर लिया। अनुराग सिंह ऐण्ड कम्पनी ने नये लोगों में अपनी मां सरोज सिंह, अपनी बहन प्रीति सिंह, अपनी सास यानी स्नेहलता सिंह की मां मालती सिंह और अपने भांजा आरोहण सिंह को कार्यकारिणी में शामिल कर लिया।
अब देखिये, इस कहानी में आये दिलचस्प मोड़ और उनकी गहराइयां, जिनकी ताकत भाजपा को साजिशन बनाया गया था। समिति में नयी शामिल की गयीं सरोज सिंह वाराणसी की महापौर हो चुकी हैं और पूर्व सिंचाई मंत्री ओमप्रकाश सिंह की पत्नी, यानी अनुराग सिंह की मां हैं। ठीक उसी तरह अनुराग की पत्नी की मां मालती सिंह इन्हीं ओमप्रकाश सिंह की समधी हैं। ओमप्रकाश सिंह की बेटी हैं प्रीति सिंह। (क्रमश:)
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