3 हैंडसम मर्दों को देश-निकाला दिया अरबी सरकार ने
अरब महिलाओं के लिए खूबसूरत मर्दों से खतरा मानती है धार्मिक पुलिस : हुक्म दिया गया कि यह तीनों हैंडसम को रियाद वापस भेजा जाए : तलाकशुदा महिला ड्राइवरों को इजाजत दे सकी है सरकार ने :
नई दिल्ली: पेट्रो-डॉलर पर इतराते अरब के शासकों के बेहूदे फरमानों से अब इंसानियत के शर्मसार होने की हालत पहुंच गयी है। ताजा मामला है खूबसूरती पर। यहां की धार्मिक पुलिस का आरोप है कि यहां के खूबसूरत मर्दों से अब यहां की औरतों की शुचिता और बदनीयती का खतरा हो गया है। लिहाजा, अब ऐसे खूबसूरत मर्दों को देश से निकाला दे दिया गया है। दिमाग से खाली और इस्लाकमी शरीयत के नाम पर तांडव मचा रहे संयुक्त अरब के तानाशाहों की एक ताजा अपनी बेहूदगी से पूरी दुनिया को हिला दिया है। कारण है कि बहुत खूबसूरत होने के कारण संयुक्त अरब अमीरात के तीन नागरिकों को राजधानी रियाद में चल रहे एक समारोह से जबरन बाहर निकाल दिया गया। इसके पीछे डर ये था कि समारोह देखने आईं सऊदी अरब की महिलाएं कहीं उनकी ओर खिंच न जाएं।
अरबियन बिजनेस डॉट कॉम ने अरबी के अखबार एलाफ के हवाले से बताया कि संयुक्त अरब अमीरात से आए तीन प्रतिनिधियों को रविवार को रियाद में एक सांस्कृतिक समारोह से अरब की धार्मिक पुलिस ने बाहर निकाल दिया। अखबार में कहा गया है कि इसके बाद तीनों को संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी वापस लौटाने की प्रशासनिक कार्रवाई की गई।
एलाफ के मुताबिक कार्यक्रम के आयोजन से संबंधित अधिकारी ने बताया कि यूएई नागरिकों को इस कारण से बाहर निकाल दिया गया कि वे बेहद खूबसूरत थे। आयोग के लोगों को इस बात की शंका थी कि समारोह में भाग लेने आईं महिलाएं उनकी ओर खिंच सकती हैं। अमीरात ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि वहां की धार्मिक पुलिस पवेलियन में एक अनचाही और अनजानी महिला आर्टिस्ट को देखकर चिंतित हो गए थे। जबकि उसका वहां जाना महज संयोग था। इस बयान में यूएई डेलीगेशन के प्रमुख सईद अल काबी ने कहा कि ऐसा समारोह के संचालकों को बताया नहीं गया था। यह साफ नहीं है कि उस महिला की मौजूदगी खूबसूरत मर्दों के कारण थी।
मालूम हो कि सऊदी अरब में रूढ़िवादी सुन्नी मुस्लिम समाज बहुसंख्यक है। यहां महिलाओं के लिए बिना रिश्ते के पुरुषों से बातचीत करने पर भी पाबंदी है। दुनिया का यह इकलौता देश है जहां महिलाओं के ड्राइविंग करने पर पाबंदी है। वैसे यहां के अरबपति राजकुमार अल्वालिद बिन तलाल ने महिला ड्राइवरों के लिए अपनी सहमति दी है।