लव-सेक्स–धोखा जैसी फिल्मी कहानी, यानी अरबपति दीपक की हत्या

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

बेहद करीबी ने दी थी सुपारी, मुख्य अभियुक्त  कोर्ट से दबोचा गया

नई दिल्ली: बसपा सुप्रीमो मायावती के दाहिना हाथ माने जाने वाले नेता और अरबपति कारोबारी दीपक भारद्वाज की हत्या के मामले में प्रमुख अभियुक्ती को पाटियाला कोर्ट ने परिसर से दबोच लिया। यह व्यक्ति इस हत्यााकांड के मामले में खुद का समर्पण करना चाहता था, लेकिन सर्विलांस से चल रही निगरानी के चलते अभियुक्त  को अदालत परिसर में ही दबोच लिया गया है। उसका एक साथी भी पकड़ा गया है। दोनों शार्प शूटर सुनील मान और पुरुषोत्तम राणा को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। दोनों सोमवार को बेहद नाटकीय ढंग से समर्पण करने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में पहुंचे थे, लेकिन यहां पहले ही घात लगाए बैठी दिल्ली पुलिस की टीमों ने पुरूषोत्तम को कोर्ट के बाहर सरेंडर करने से पहले ही हिरासत में ले लिया। पुलिस को इलेक्ट्रोनिक सर्विलांस के जरिए दोनों के यहां सरेंडर करने की जानकारी पहले से ही थी। लिहाजा पुलिस की कई टीमें यहां घात लगाए बैठी थी। हालांकि पुलिस ने इस मामले में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, लेकिन पता चला है कि दीपक की हत्या में लव के बाद सेक्स और फिर धोखा के बाद ही हत्या का घटनाक्रम है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस अपनी जांच को इसी केंद्र में देख कर बढ़ रही है।

वहीं, सुनील ने पुलिस की नजरों से बचते हुए मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेपट प्रशांत शर्मा की कोर्ट नंबर 23 में समर्पण कर दिया। अपने वकील के जरिए उन्होनें सरेंडर का आवेदन बनाया हुआ था, लेकिन कोर्ट ने उसकी सरेंडर की अर्जी खारिज कर दी, जिसके बाद पुलिस ने उसे कोर्ट से बाहर निकलते ही हिरासत में ले लिया। क्राइम ब्रांच और साउथ दिल्ली पुलिस दोनों से संयुक्त रूप से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने इस केस में वारदात में प्रयुक्ते स्कोबडा के मालिक राकेश को भी गिरफ्तार कर लिया है। यह इस केस में पहली गिरफ्तारी हुई है। वहीं, थोड़ी देर बाद ही पुलिस ने सुनील, राकेश और अमित को भी औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया।

डीसीपी (साउथ) छाया शर्मा ने इस केस की कोई अहम जानकारी प्रेस को नहीं दी। उन्होंने कहा:- कार मालिक राकेश की निशानदेही पर पुरूषोत्तीम और सुनील को पकड़ा। केस काफी अहम था, लिहाजा क्राईम ब्रांच और स्पेशल सेल से जानकारियां साझा की गईं। तफ्तीश चल रही है, अहम जानकारियां सामने आने पर मीडिया को बता दिया जाएगा। डीसीपी ने हत्या् की वजह का खुलासा नहीं किया। एक आला पुलिस अधिकारी ने कहा, अब पुलिस के सामने बड़ा सवाल यह है कि आखिर दीपक की हत्या की सुपारी किसने दी। इसी तथ्यल को उजागर करना पुलिस के लिए सबसे महत्व पूर्ण है। इसके लिए पुलिस टीम इनसे अलग-अलग पूछताछ कर रही है, जिसके बाद इन सभी का आमना-सामना कराएगी, ताकि कुछ महत्वपूर्ण तथ्यी पूछताछ करेगी। इस सवाल का जवाब मिलने पर केस की सभी परतें खुल जाएंगी।

दक्षिणी जिला पुलिस की एंटी एक्सिटॉर्शन सेल ने इन छापेमारियों को अंजाम देकर दोनों को धरा। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरूवार रात करीब नौ बजे सूचना मिली कि सुनील और मोनू मानेसर के रास्ते पंचगांव, बिलासपुर,भिवानी होते हुए जयपुर की तरफ भाग रहे हैं। तुरंत ही दो टीमें गठित कर उनके वाहन को ट्रेस किया गया। रात भर चले अभियान के बाद सुबह करीब चार बजे पुलिस ने इस स्विफ्ट कार को मानेसर में ट्रेस किया, हालांकि इस कार में कांट्रेक्ट किलर तो नहीं मिले, लेकिन उनके दोनों रिश्तेदार पकड़े गए। दोनों से पूछताछ की जा रही है।

अभी तक इस केस में 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की गयी है। अभी तक इस केस में 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है। वहीं, पुलिस ने दीपक की पत्नी रमेश कुमारी से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस दीपक से अलग रह रही उनकी पत्नी और बेटों से भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। मामला लव और सम्‍पत्ति के घेरे में ही जुड़ता दिख रहा है। पुलिस ने उस स्कोडा कार को भी हरियाणा से बरामद कर लिया है, जिसमें बैठकर हमलवार फार्म हाउस आए थे।

कल पुलिस ने दो शार्प शूटर गिरफ्तार किए थे। मामले में शक की सुईं करीबियों या रिश्तेदारों की तरफ घूम रही है। दीपक और उनके करीबियों की कॉल डिटेल्स् भी खंगाली जा रही है। दीपक का परिवार भी शक के दायरे में है। उनके बेटे भी हमेशा उनके साथ नहीं रहते थे। पुलिस सूञों के अनुसार, दीपक को मौत के घाट उतारने के लिए सुपारी के रूप में मोटी रकम हत्यारों को दी गई है। पुलिस का दावा है कि केस को जल्द सुलझा लिया जाएगा। कातिलों की पहचान कर ली है, अब उन्हें जल्द गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। दीपक के सीने को सिर के पिछले हिस्से में मारी गई थी गोलियां।

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