यौन-कुण्ठाग्रस्त समाज का प्रतीक मंत्री राजाराम पांडेय

बिटिया खबर

फ्रायड की शर्तों पर शैतानी कुंठाग्रस्त हैं पांडेयनुमा लोग

: छिछोरापन दरअसल एक बीमारी है, किसी डाक्टर से बात कीजिए ना : स्वप्न, स्लिप ऑफ टंग वगैरह दिक्कतें माहौल को शर्मनाक बनाती हैं :

आज प्रातः ही श्रीमन राजाराम पांडे जी के दिव्य-दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ और उनके एक और महान कर्म की जानकारी हुई। कुमार सौवीर जी के अनुरोध पर यूँ ही कुछ टिपण्णी दे रहा हूँ। महिलाओं पर अनर्गल बोलने वाले लोगों की कोई कमी नहीं। लालू जी और पांडे जी आदि को मै सिर्फ एक प्रतीक मानता हूँ।

यौन कुंठा से ग्रस्त इस समाज में ये कोई आश्चर्यजनक प्रवृति नहीं है। फ्रायड के अनुसार इंसान में शैतानी प्रवृति भी खूब मौजूद है। सामाजिकरण की प्रक्रिया के दौरान उसे अन्य चीज़ों के साथ अपनी उन इच्छाओं/कामनाओं को दबाना/छुपाना भी सिखाया जाता है। इससे उसके अचेतन मन में इस तरह की इच्छाओं का एक भण्डार सा तैयार हो जाता है, जिसमें बहुत सेक्सुअल ऊर्जा होती है। ये समय असमय जाने-अनजाने निकलते रहते हैं। स्वप्न, स्लिप ऑफ़ टंग वगैरह-वगैरह इसी के ही तो उदहारण हैं। सामान्यतः इंसान का मनोवैज्ञानिक डिफेंस इसे सार्वजनिक नहीं होने देता है और इंसान सामाजिक स्वीकार्ययोग्य व्यवहार को ही सार्वजनिक करता है। यही सभ्य समाज के निर्माण का मूल है। परन्तु कुंठाग्रस्त, मानसिक रूप से कमज़ोर इंसान ऐसा नहीं कर पता और गाहे बगाहे उसकी पाश्विक प्रवृति सामने आ ही जाति है।

ये गौरतलब है कि शर्म और भय सामान्य इंसान की पहचान है। यदि किसी में इसकी कमी है तो ये ख़तरनाक सूचना है। ऐसे व्यक्ति जब प्रभावशाली पदों पर आसीन हो जाते हैं, तो उनका छिछोरापन और भी अधिक दिख सकता है। कॉम्प्लीमेंट और कमेंट में बहुत हल्का फर्क है पर दोनों का असर बहुत अलग। कुछ लोग बहुत सतही और खोखले होते हैं, जिनके पास कोई अच्छी बात कहने को नहीं होती, पर जनता की वाहवाही की तीव्र इच्छा होती है। वे अक्सर इस तरह की अनर्गल बात सिर्फ सस्ती लोकप्रियता के वास्ते करते हैं। अब पांडे जी किस श्रेणी में आते हैं, इसका फैसला तो आप सब पर है। हाँ, यदि कोई कन्फ्यूज़न हो तो उन्हें किसी मनोवैज्ञानिक से सलाह लेनी चाहिए. इससे उनका और समाज दोनों का भला होगा।

डॉक्‍टर पंकज सिंह वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्‍वविद्यालय, जौनपुर में एप्‍लाइड साइकोलॉजी के विभागाध्‍यक्ष हैं।

उनसे pankajsingh29@hotmail.com पर सम्‍पर्क किया जा सकता है।

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