बाल-विवाह की सिफारिश कर फंस गए छत्तीसगढ़ के सांसद
रायपुर : छत्तीसगढ़ में भाजपा के राज्यसभा सांसद नंदकुमार साय पर बाल विवाह करवाने का आरोप लगा है। उन पर आरोप है कि महिला व बाल विकास विभाग द्वारा शादी रुकवाने के बाद सांसद ने अफसरों को बाल विवाह कराने की सिफारिश की। उन्होंने लिखित में पत्र दिया और कहा कि वे शादी चलने दें। गांव वालों के अनुसार लड़की बालिग है इसलिए शादी न रोकी जाए। मैं इसकी अनुशंसा करता हूं।
मामला फरसाबहार थाना क्षेत्र के पानबहार गांव का है। यहां के रोथो राम महकुल की बेटी स्कूली कागजातों के अनुसार 15 साल की है। उसका एक मई को विवाह होना था। महिला व बाल विकास विभाग के अधिकारियों को इस बाल विवाह की सूचना मिलने पर उन्होंने शादी रुकवा दी।
ऐसे में लोगों ने इसकी शिकायत नंदकुमार साय से की। तब साय ने अफसरों से शादी न रुकवाने की अनुशंसा की। जन्मतिथि थी गलत: नंदकुमार साय का कहना था की गांव वाले इस समस्या को लेकर मेरे पास आए थे। उन्होंने लड़की के स्कूल प्रमाण पत्र में गलत जन्मतिथि लिखे होने की बात कही थी।
उन्होंने कहा कि पुलिस को शादी शुरू होने से पहले ही कार्रवाई करनी चाहिए थी। बीच में शादी रोकने से परिवार की बदनामी होती है। कुछ लोग लड़की के परिवार को अपमानित करना चाह रहे हैं।