यह कहानी है लस्ट, सेक्स, प्रापर्टी, पालिटिक्स और मर्डर की
अभितांशु शाक्य / कुमार सौवीर
एटा : डॉ सुजाता वर्मा और हरिसाक्षी महाराज के रिश्ते बेहद करीबी थे। वैसे भी हरिसाक्षी के धंधे में राजनीति थी, सम्पत्ति भी थी, ऐश्वर्य भी था, ऐयाशी भी थी और बलात्कार जैसे घिनौने आरोप भी। आज भले ही अपने ऐसे रिश्तों के चलते सुजाता वर्मा को हरिसाक्षी की गोलियों अपने पीठ से होकर अपने सीने तक सहन करते हुए मौत का आलिंगन करना पड़ा हो, लेकिन कभी इनके बीच कभी मधुर और प्रगाढ़ रिश्ते थे। हरिसाक्षी के करीब आने के लिए सुजाता ने हरिसाक्षी से पहले दीक्षा स्वीकार की और फिर हरिसाक्षी के आश्रम की मालकिन तक बन गयीं। हरिसाक्षी ने सुजाता को अपने डिग्री कालेज का प्राचार्या तक बना दिया। लेकिन बाद में रिश्ते इतने खटास भर गये कि उन्होंने अपने ही गुरू के खिलाफ जेहाद छेड़ दिया। वैसे भी हरिसाक्षी महाराज पर उनकी एक चेली बलात्कार करने तक का आरोप लगा चुकी है। यानी अपने गुरू, जिसे वे परमात्मा से बढ़कर थे, उनसे जेल में चक्की पिसवा दी।
आपको बता दें कि एटा के शिकोहाबाद में दो दिन पहले डॉ सुजाता वर्मा की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी। हत्या का ठीकरा सुजाता के गुरू हरिसाक्षी पर मढ़ा जा रहा है, जो अपने साथियों के साथ फरार चल रहे हैं। एटा के एसएसपी अजय मोहन शर्मा ने बताया कि शिकोहाबाद रोड पर भाजपा के पूर्व सांसद साक्षी महराज के आश्रम में बीती रात 9 बजे उनकी पूर्व शिष्या रही डॉ0 सुजाता वर्मा की उस समय गोली मार कर हत्या कर दी गयी जब वो अपने सहयोगी अनिल यादव के साथ आश्रम से बाहर निकल रही थी। सुजाता वर्मा की मौके पर ही मौत हो गयी। एक गोली उनके पीठ से होती हुई पार कर गयी है। उनके साथ मौके पर मौजूद एक मात्र चश्मदीद उनके सहयोगी अनिल यादव ने बताया कि गेट पर साक्षी महराज, उनके भाई विजय स्वरुप और दो अन्य लोग राम सिंह, सत्य प्रकाश छोटे वाले गेट पर पहले से ही बैठे थे इन्ही चारो में से किसी ने गोली मारी। उसने कहा कि यह पूर्व नियोजित हमला है और सुजाता और साक्षी महराज के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय मोहन शर्मा का कहना है कि इस हत्याकांड में साक्षी महराज का नाम आने का सुराग आ रहा है। इस बारे में प्रमाण और उनके नाम की मिलीभगत के बारे की जांच के लिए पुलिस की कई टीमे भेजी गयी हैं। तहरीर व तस्दीजक के बाद ही उसी हिसाब से कार्यवाही की जायेगी।
डॉ सुजाता वर्मा की हत्या के मामले में कोतवाली नगर एटा में सुजाता वर्मा के बेटे और साक्षी महाराज के दत्तक पुत्र संजीव कुमार ने देर रात आईपीसी की धारा 3 0 2 ,1 2 0 बी ,5 0 6 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमे साक्षी महराज को 1 2 0 बी ,के तहत आरोपी बनाया गया है और साक्षी महाराज के भाई विजय स्वरुप ,उनके भतीजे राम सिंह और पदम सिंह और एक अन्य सत्य प्रकाश को 3 0 2 का आरोपी बनाया गया है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग अलग टीमे बनाकर दविश दे रही है परन्तु अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। बीती रात 9 बजे सुजाता वर्मा आश्रम से बाहर निकली है उनके साथ एक सज्जन और थे तभी उन्हें पीछे से गोली मारी गयी है। हमलावर आश्रम की और ही भागे है। ( जारी )
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