अदालती सफलता के लिए ज्ञान नहीं, फितरतों की जरूरत ज़्यादा

: छत्‍तीसगढ़ के महाधिवक्‍ता कनक तिवारी का कुबूलनामा : कोर्ट व वकील समाज में परेशानी का बड़ा कारण : जनता में अपमान, असहायता, पराजय और घबराहट न दूर कर पाया : कनक तिवारी रायपुर : महाधिवक्‍ता रह चुका एक शख्‍स जब समाज के प्रति न्‍यायपालिका की असफलता की भूमिका पर बोलता है, तो साफ समझियेगा […]

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पापा ! मैं साक्षात बुद्ध हूं, बुद्धू हर्गिज नहीं

  : तो लो मित्रों, मैंने अपने पिता स्‍वर्गीय सियाराम शरण त्रिपाठी का श्राद्ध आखिरकार बिहार की मोक्ष-भूमि नामक किंवदंती पर कर ही दिया : शापित हो चुकी फाल्‍गु नदी नामक कलंकित और नदी-नुमा अभद्र-नीच बना डाली नाला-धारा पर पिता की स्‍मृति-शेष विसर्जित : कुमार सौवीर गया : मैं एक नायाब बुद्ध हूं, बुद्धू हर्गिज […]

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आइये, “तमस” फिल्‍म में खोजा जाए अपनी मर्दानगी

: कोई पैंतीस साल पहले बनी थी गोविंद निहलाणी की यह फिल्‍म : मुल्‍क के बंटवारा के दौर में इंसानियत के हर चेहरे को पूरी तरह बेनकाब करती हुई : सारे आईएएस अफसर रिचर्ड या उसकी पत्‍नी जैसे नहीं होते, हार-चोरी पर तांडव याद रखियेगा :   कुमार सौवीर लखनऊ : देश के बंटवारे का […]

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