द ट्रिब्‍यून ने मजीठिया से मांगी बिनाशर्त माफी, वह भी पहले पन्‍ने पर

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: पंजाब के पूर्व राजस्‍व मंत्री हैं बिक्रम सिंह मजीठिया :  पहले इस अखबार ने मजीठिया को ड्रग्‍स-माफिया के तौर पर छापा था : अकाली दल और मजीठिया ने भी ट्रिब्‍यून के माफीनामा को कुबूल कर माफ कर दिया : ढाई बरस पहले ही मजीठिया ने किया था मानहानि का मुकदमा :

: पंजाब के पूर्व राजस्‍व मंत्री हैं बिक्रम सिंह मजीठिया :  पहले इस अखबार ने मजीठिया को ड्रग्‍स-माफिया के तौर पर छापा था : अकाली दल और मजीठिया ने भी ट्रिब्‍यून के माफीनामा को कुबूल कर माफ कर दिया : ढाई बरस पहले ही मजीठिया ने किया था मानहानि का मुकदमा :

मेरीबिटियाडॉटकॉम संवाददाता

चंडीगढ़ : पंजाब के पूर्व राजस्‍व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया पर ड्रग्‍स माफिया से गठजोड़ का आरोप लगाने के मामले में अंग्रेजी के प्रमुख अखबार ‘द ट्रिब्‍यून’ ने 29 अक्‍टूबर को अपने पहले पेज पर माफीनामा प्रकाशित किया है। इस माफीनामा में अखबार ने लिखा है, जांच में यह पाया गया है कि मजीठिया किसी भी तरह से ड्रग्‍स के धंधे में शामिल नहीं हैं। अखबार की वजह से मजीठिया के सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा को जो नुकसान हुआ और उनके परिवार व शुभचिंतकों को जो पीड़ा हुई, उसके लिए अखबार को खेद है।

उल्लेखनीय है कि बिक्रम केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर के भाई है, जो शिरोमणि अकाली दल से अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल की पत्नी है। इस पर मजीठिया ने भी ट्वीट कर जवाब दिया है, ‘मुझ पर लगाए गए ड्रग्‍स माफिया से मिलीभगत के आरोपों पर ट्रिब्‍यून ने माफी मांग ली है, इसके लिए मैं उन्‍हें धन्‍यवाद देता हूं।’

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शिरोमणि अकाली दल के अध्‍यक्ष सुखबीर सिंह ने भी अखबार के इस कदम का स्‍वागत करते हुए कहा, ‘ये अच्‍छी बात है कि मजीठिया पर लगाए गए आरोप झूठे निकले हैं और इस मामले की वजह से धूमिल हुई मजीठिया की छवि के लिए ट्रिब्‍यून ने माफीनामा छापा है।’

इससे पहले पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले में मजीठिया और अन्‍य के खिलाफ जांच के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा था: “इसमें बहुत सारे लोग शामिल हो सकते हैं, लेकिन हम साक्ष्य के लिए इंतजार करेंगे। केंद्रीय जांच एजेंसियां ​​इस मामले की जांच कर रही हैं, और इसमें कई अन्य विभाग हैं, जिनमें प्रवर्तन निदेशालय, आयकर, नारकोटिक्स शामिल हैं।

गौरतलब है कि ‘ट्रिब्‍यून’ ने 25 नवंबर 2014 और 11 मार्च 2015 को इस बारे में रिपोर्ट छापी थी, जिस पर मजीठिया ने अखबार के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था

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