स्वयं सहायता समूह क्षेत्र में मिसाल बनी महिला
अब खुद के साथ जंगल और जानवरों की संरक्षा भी
गांव की 25 एकड़ बंजर जमीन को बना दिया उपवन
अम्बाला सिटी. ग्रामीण महिलाओं के लिए महिला सशक्तिकरण की मिसाल है हरियाणा सेल्फ हेल्प ग्रुप की उपाध्यक्ष और गांव पसडौली की तारा देवी । स्वरोजगार को अपनाकर और समाज सेवा के सराहनीय कार्यो के लिए वह राष्ट्रीय स्तर तक सम्मानित हो चुकी हैं।
29 मार्च को हरियाणा की पंचायत सचिव उर्वशी गुलाटी ने और 31 मई को दिल्ली में सांसदों की कमेटी की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया। कभी बीपीएल परिवार की श्रेणी में आने वाली तारा देवी ने आज अपने स्वरोजगार के बल पर गांव में आलीशान कोठी और एक प्लाट खरीद लिया है।अपने बच्चों को अच्छे स्कूलों में शिक्षा की तामील दिलवा रही हैं। तारा देवी ने पंचायत भवन में आयोजित पंचायत महिला एवं युवा शक्ति अभियान में अपनी दास्तान सुनाते हुए कहा कि घर की आर्थिक तंगी से परेशान होकर वह 2001 में 10 महिलाओं के साथ सेल्फ हेल्प ग्रुप की सदस्य बनी और ग्रुप की सहायता से उन्होंने लोन लेकर स्वरोजगार अपनाकर फुलकारी और कढ़ाई सिलाई के कार्य में दक्षता हासिल की।
अच्छी आमदनी हो जाती है मेलों में,सरकार की ओर से हर साल आयोजित किए जाने वाले सूरजकुंड, देहरादून, गुड़गांव के ट्रेड मेलों में तारा देवी भाग लेती हैं और अच्छी आमदनी कर लेती हैं। अपने ग्रुप की महिला सदस्यों की सहायता से गांव की 25 एकड़ बंजर भूमि पर वन लगाकर उसे जंगल का रूप दिया है। आज उन वृक्षों की कीमत एक करोड़ से ऊपर है। जंगली सूअर, नील गाय और अन्य जंगली जानवरों को आश्रय दिया है। इसके अतिरिक्त गांव में महिलाओं के लिए एक शैड और वन विभाग की स्कीम के तहत एक चेतना केंद्र का निर्माण करवाया।