हे राम ! यह चीत्कार नहीं, चेतावनी थी

: हमारे पास 80 बरस का निष्पाप कर्मयोगी गांधी भी है, और उसे मार डालने पर आमादा 40 बरस का एक विक्षिप्त गोडसे भी है : पड़ोसी से भी नफरत तो बच्चे अब होमवर्क की तरह सीखते-करते हैं : कुमार सौवीर लखनऊ : नफरत का उत्पादन हमेशा विनाश ही लाता है।अशोक हों, खिलजी हों, जिन्ना […]

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कलियुग केवल नाम अधारा, सुमिरि सुमिरि नर उतरहिं पारा

: नाम और जाति अब कोडवर्ड नहीं, सुविधाजनक माहौल बनाने का जुगाड़ बन गया : भिकारी लाल अभिशाप लगा, तो नाम भगवान सिंह रख लिया : बसपा, सपा और अब भाजपा में भी नामकरण राजनीतिक बन गया : ” कहत कबीर सुनो भाई साधो ” : हरिकान्‍त त्रिपाठी लखनऊ : जिलों के नाम परिवर्तन पर मेरे […]

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