फूस के झोंपड़ों में विलासिता के प्रतीक थे खपरैल घर

  :अलविदा बुजुर्ग खपरैल : कैल्शियम की सप्लाई का बड़ा आधार था गर्भवती महिलाओं के लिए खपरैल : दिनेश कुमार गर्ग लखनऊ : मेरी उम्र 62 वर्ष के आस-पास की है और चित्र में प्रदर्शित अधिकांश खपडे़ मेरी उम्र से भी सीनियर हैं । लगभग 2000 खपडो़ं मे से मात्र 10 से 15 प्रतिशत ही […]

आगे पढ़ें

जरा मौका तो दो, मैं भी आसमान छू लूंगी

रायफल शूटिंग में सासाराम की बेटी कर रही कमाल सासाराम : ‘जरा मौका तो दो, फिर आसमान देखना, खोल लूं अगर पंख तो फिर उड़ान देखना’। मौका मिले तो बेटियां बेटों से किसी मायने में कम नहीं हैं। ऐसा ही एक उदाहरण सासाराम शहर से सटे बेदा गांव के एक अनुसूचित जनजाति परिवार की बिटिया […]

आगे पढ़ें