का हो शशि शेखर ! खबरों की बड़की बुआ हो क्‍या ?

: तुम अखबार हो, या धर्म पर निर्धारण करने वाले फतवा-कारी मुल्‍ला-मौलवी : धर्म पर निजी आग्रहों के खिलाफ कुत्सित जेहाद तो हिन्‍दुस्‍तान अखबार कर रहा है : जो इस्‍लाम छोड़ कर हिन्‍दू बना, उसे वसीम और रिजवी क्‍यों लिखा : यह जितेंद्र त्‍यागी का फैसला है कि उनका धर्म कौन हो : पायजामा से […]

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जैविक पिता से ज्‍यादा पूज्‍य होता है वैचारिक पिता

: नीतिशास्त्र का पिता है सुकरात, अरस्‍तु ने ऐलानिया माना : पिता का जयजयकारा लगाने के साथ हमें उनकी त्रुटियां जाहिर करने का साहस भी दिखाना चाहिए : साहसी व्यक्ति हमेशा न्यायी ही नहीं, अन्यायी भी हो सकता है : प्रेम अगम पटना : सामान्य तौर पर इतिहास में विचारों के तीन क्रम होते हैं […]

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