हम भूखे ही रहे, अघोरी ने पूरी भोजन-सामग्री भिखारी को सौंप दी

: अघोर-धर्म श्रेष्‍ठतम है, अगर आप समझना चाहें तो : मैं और चाहे कुछ बन पाता या नहीं, लेकिन अघोरी तो हर्गिज नहीं बन पाता : आज भी जिन्‍दा है काल बाबा, हमेशा भी जिन्‍दा रहेगा : धन्‍य हैं पीसीएस-लोग, जहां अभी भी जिन्‍दा है अद्भुत दर्शन : कुमार सौवीर जौनपुर : यह बारह साल […]

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अघोरी, संत और विक्रेता: एक तुलनात्‍मक अध्‍ययन

: काल बाबा खुद भूखा रह कर भी किसी दूसरे भूखे को सब कुछ सौंप सकता है : गोयनका ने ज्ञान, शांति और प्रज्ञा की भिक्षा लेने-देने के सैकड़ों केंद्र स्‍थापित कर दिये : रविशंकर तो मानसिक ज्ञान की धारा, बरास्‍ते शारीरिक उमंगों की उथलपुथल में उमड़ाते हैं : तुलनात्‍मक अध्‍ययन:- एक : कुमार सौवीर […]

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