लसोढ़ा चखे पतंगबाजी क्‍या खाक समझोगे ?

: रामपुर और बरेली में भी होती है पतंगबाजी, लेकिन जमघट सिर्फ लखनऊ में : मुझे तमीज की लीक पर लाने के लिए पापा ने लगाया था लसोढ़ा : झगड़े में भी सम्‍मान से बात करना भी लखनवी लसोढ़ा-पन ही तो है : लखनवी तमीज में जो लोग बचे हैं, लसोढ़ा का ही असल कमाल […]

आगे पढ़ें

तो बोलो:- दल्ला-भांड़ पत्रकार की जय

‪: जो दल्ला होता है वह वाकई दल्ला ही रहता है हमेशा : पत्रकार बनने का मकसद रौब ऐंठना-दलाली, खबरों से वास्ता नहीं : दोस्तों, जब भी मौका मिले तो ऐसे दल्लों को ललुहाय लिया करो : मेहनताना ले लो, मगर खबरों की इज्जत मत बेचो धंधेबाज दल्लों : हरीनाथ यादव। गालियां तुम अपने घरवालों […]

आगे पढ़ें