इस खब्‍ती आदमी का नाम है आरडी शाही

: यह तीनों उल्टे चलैं, शायर, सिंह, सपूत : बेंच से हाथ जोड़ कर पैरवी की, वकीलों का दामन बच गया : बाबा जी का घंटा बजाना हो तो सरकारी वकील बन जाओ : लोगों को खिलाने की हैसियत मुझमें थी ही नहीं, और मतदाता भी तो लोकाचार के हिसाब से ही चलते हैं : […]

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तनिक समझिये तो, कि कोई बिलख कर क्यूँ रोता है

: सबसे दर्दनाक है किसी महिला का चुपके से आंसू पोछना : विदीर्ण मनो-शारीरिक अक्षमता से जन्मा असहायता बोध आपके दिल-दिमाग में विस्फोट कर देगा : भविष्य में दूसरों के आंसू पोंछने के लिए क्या उद्यम करेंगे आप ? कोशिश कीजिये, ताकि ऐसा दर्दनाक मंजर आपके सामने न आये ? : कुमार सौवीर लखनऊ : […]

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