हे राम ! यह चीत्कार नहीं, चेतावनी थी

: हमारे पास 80 बरस का निष्पाप कर्मयोगी गांधी भी है, और उसे मार डालने पर आमादा 40 बरस का एक विक्षिप्त गोडसे भी है : पड़ोसी से भी नफरत तो बच्चे अब होमवर्क की तरह सीखते-करते हैं : कुमार सौवीर लखनऊ : नफरत का उत्पादन हमेशा विनाश ही लाता है।अशोक हों, खिलजी हों, जिन्ना […]

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डोंट गो टू सी हिम, ट्राई टू अंडरस्‍टैंड। महानतम है हनुमान

: जितने भी घमंडी पागल हैं, खुद को दाता-नियंता-अन्‍नदाता समझ लेते हैं :  पहले केवल प्‍याऊ-बताशा बंटता था, अब तो आइसक्रीम-चाऊमीन तक का भंडारा : सीता को माता कहता है हनुमान, आजकल के बंदरी-लौंडे पड़ोसनों तक को लाइन मारते दिख जाएंगे : कुमार सौवीर लखनऊ : कहां लंका, और कहां हिमालय के महादेव पर्वत-चोटियों से […]

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