लो, आ गया जमालगोटा

: च्‍यवनप्राश के साथ विनाशाय च दुष्‍कृताम और परित्राणाय साधूनाम का डंका बजेगा : अपवित्रों-पापियों की पृष्‍ठभूमि में बिना छीला बांस उगायेगा च्‍यवनप्राश व जमालगोटा : जगत-काय को स्‍वस्‍थ करेगा साशा सौवीर का सद्य-स्‍तनपायी जमालगोटा अवतार : कुमार सौवीर लखनऊ : एक पढ़ा-लिखा और अपने अध्‍ययन को लेकर समर्पित रहा व्‍यक्ति जब चंद नोटों के […]

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जन्‍माष्‍टमी: मैं अनीश्‍वरवादी हूं, लेकिन कृष्‍ण बनने को कृत-संकल्पित

: खोज रहा हूं अपनी स्‍वाहा, जिसमें खुद को स्‍वाहा कर दूं : खुद में दबे कृष्‍ण-कान्‍हा को खोजने का पर्व है जन्‍माष्‍टमी : भड़की यमुना नदी की हिलोरें और टोकरी से लटकता कृष्‍ण का पैर : संकल्‍प लेने की कोशिश करें कि हम अपने आप के भीतर कृष्‍ण, कान्‍हा को खोजेंगे : कुमार सौवीर […]

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